पीयूष शुक्ला/पन्ना: पन्ना टाइगर रिजर्व की हथिनी केनकली का नन्हा बच्चा आखिरकार जिंदगी से जंग हार गया. बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही हथिनी केनकली ने एक बच्चे को जन्म दिया था. जिसे जन्म से ही पिछले पैरों के साथ खड़े होने में समस्या हो रही थी. पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के लिए बच्चे को ठीक करना एक चुनौती बनी हुई थी. इसी कारण पन्ना टाइगर रिजर्व के डॉक्टरों सहित जबलपुर और अन्य जगहों के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा बच्चे का इलाज किया जा रहा था, लेकिन अपने पैरों पर खड़े होने में असमर्थता के कारण वो मां का दूध नहीं पी पा रहा था और उसका वजन कम होता जा रहा था और अंत में बच्चे की मौत हो गई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

20 दिनों तक संघर्ष करने के बाद हुई मृत्यु 
हथिनी केनकली के बच्चे की मौत पर फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने कहा है कि बच्चा जन्म से ही अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा था. जिसके कारण उसका वजन भी लगातार कम हो रहा था. इसीलिए करीब 20 दिनों तक संघर्ष करने के बाद उसकी मृत्यु हो गई.


बता दें कि महज 10 दिन पहले पन्ना टाइगर रिजर्व में एक 13 वर्षीय बाघ की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. प्रबंधन ने पीएम के बाद बाघ का अंतिम संस्कार किया था. पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन के बीट राजाबरिया कक्ष क्रमांक पी-394 में कर्मचारी नियमित गश्त कर रहे थे. तभी पन्ना कटनी मार्ग राजमार्ग 49 के किनारे कर्मचारियों को टाइगर पी-111 का शव मिला था.