सागर:   सागर रेलवे स्टेशन पर बीती रात एक युवक प्लेटफार्म नंबर दो पर मौजूद लिफ्ट में फंस गया. युवक ने पूरी रात लिफ्ट में ही गुजारी. स्टेशन प्रबंधन और पुलिस को रात में ही सूचना मिल गई लेकिन अधर में लटकी लिफ्ट से युवक को निकाला नहीं जा सका और सुबह तक युवक ऐसे ही फंसा रहा. इस हादसे के बाद रेलवे स्टेशन प्रंबधक ने लिफ्ट लगाने वाली कंपनी के नुमाइंदे को भोपाल से बुलाया और युवक को बाहर निकाला जा सका.


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दरअसल हरिगोविंद उर्फ सत्यम आदिवासी 20 वर्ष निवासी मगरोन जिला छतरपुर गुरूवार को रात करीब 11 बजे सागर रेलवे स्टेशन पर आया था. उसे रात 11.30 बजे सागर स्टेशन से संपर्क क्रांति ट्रेन पकडकऱ दिल्ली जाना था. जब वह स्टेशन पर लिफ्ट से 2 प्लेटफॉर्म से नीचे जा रहा था कि लिफ्ट बीच में अटक गई. युवक पहले तो चिल्लाया लेकिन जब उसकी किसी ने न सुनी तो उसने डायल 100 को फोन लगाया और पूरी घटना की जानकारी दे दी.


रात भर लिफ्ट में फंसा
डायल 100 को सूचना मिलने के बाद पुलिस व स्टेशन के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए. युवक को पहले स्थानीय अधिकारी-कर्मचारी लिफ्ट से बाहर निकालने की व्यवस्था करते रहे. लोकल के लिफ्ट ऑपरेटर व लिफ्ट मैकेनिक बुलाए गए. लेकिन इससे भी बात नहीं बनी और वह रात भर लिफ्ट में फंसा रहा. 


भोपाल से आया मैकेनिक
जिसके बाद लिफ्ट लगाने वाला मैकेनिक भोपाल से अपनी कार से सागर आया और आधा घंटे सुधार कार्य के बाद बिजली सप्लाई शुरू की. जिसके बाद युवक को निकाला जा सका है युवक का मेडिकल परीक्षण कराया गया है. युवक पूर्णत: स्वास्थ्य है.


युवक की ट्रेन छुट गई
इस पूरे घटनाक्रम से युवक की ट्रेन छूट गई और सुबह जब वह बाहर निकला तो उसने राहत की सांस ली. रेलवे अधिकारी बताते है कि लिफ्ट का काम निजी कंपनी के पास है. पहले दोनों लिफ्ट पर छह ऑपरेटर तैनात थे. कोरोना के बाद से कंपनी ने आपरेटर हटा दिए. तब से यात्री स्वयं ही ऐसे आपरेट करते हैं.


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