आकाश द्विवेदी/भोपाल:राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के भाई और कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह के एक और ट्वीट से सियासी पारा चढ़ गया है. लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर अपनी ही पार्टी पर पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े किए हैं. इस ट्वीट पर BJP ने जहां कांग्रेस पर निशाना साधा है, वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता पीसी शर्मा ने भी लक्ष्मण सिंह का समर्थन किया है. 


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लक्ष्मण सिंह ने की पारदर्शिता की मांग
कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ट्वीट के जरिए पार्टी में पारदर्शिता की मांग की है. उन्होंने एक लिंक शेयर करते हुए ट्वीट किया- संगठन के इस महत्वपूर्ण चुनाव में पारदर्शिता होना चाहिए. हम कार्यकर्ताओं का विश्वास कैसे जीतेंगे? यूथ कांग्रेस चुनाव में नया विवाद:20 लाख वोट पडे़, 8 लाख की गिनती 12 लाख रिजेक्ट किए... मैनुअल रि-ऑडिट की डिमांड. 


पीसी शर्मा ने किया समर्थन
लक्ष्मण सिंह की इस मांग को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री को समर्थन मिला है.  पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि संगठन के चुनाव में और पारदर्शिता होनी चाहिए. अभी भी पारदर्शिता है लेकिन और ज्यादा पारदर्शिता हो तो क्या दिक्कत है. 


BJP ने बोला हमला
लक्ष्मण सिंह के इस ट्वीट को लेकर BJP ने हमला बोला है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा गया कि कांग्रेस में लोकतंत्र नहीं है. कांग्रेस के कुछ चुनिंदा नेता लिस्ट फाइनल कर देते हैं, चुनाव सिर्फ एक दिखावा है. इसके बाद अब प्रदेश राजनीति में एक बार फिर बवाल मच गया है. 


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बजरंग दल का समर्थन कर चुके हैं लक्ष्मण 
हाल ही में कर्नाटक में बजरंग दल को लेकर मचे बवाल के बीच लक्ष्मण सिंह बजरंग दल का समर्थन करते नजर आए थे. उन्होंने कहा था कि बजरंग दल कभी देश विरोधी गतिविधियों में शामिल भी नहीं रहा है. थ ही देश की सबसे बड़ी एजेंसी एनआईए ने भी कभी बजरंग दल को बैन करने की बात नहीं कही है. ऐसे में इसे बैन करने का सवाल ही नहीं उठता है. बजरंग दल में एंटी नेशनल कुछ भी नहीं हैं. 


नरोत्तम मिश्रा ने किया था समर्थन
लक्ष्मण सिंह ने हिंदुओं को लेकर भी एक ट्वीट किया था, जिसके समर्थन खुद प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया था. लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट किया- हिंदुओं को बार-बार 'हिंसक' कहा जाता है. अगर ऐसा होता तो भारत 450 वर्षों तक गुलाम नहीं होता. चींटी और मधुमक्खी भी अपनी सुरक्षा के लिए काट लेती हैं, तो क्या वो हिंसक हैं? इसका समर्थन करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह को लक्ष्मण सिंह से सीख लेने की बात कही थी.