corruption story: पहली बारिश में बहा लाखों से बना चेक डैम, तस्वीरों में देखें टीकमगढ़ का भ्रष्टाचार
corruption story: योजनाएं कागजों पर तो तैयार की जाती हैं, लेकिन जब धरातल पर उतरती है तो पूरी की पूरी पानी में बह जाती हैं. इसका ताजा उदाहरण सामने आया है, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़, जहां चेक डैम निर्माण में भारी लापरवाही बरती गई.
टीकमगढ़ में चल रहे निर्माण कार्यों बडा घोटाला आया सामने. घटिया निर्माण के चलते 14 लाख 80 हजार रुपये की लागत ने बना चेकडैम पहली बारिश नहीं झेल पाया. आला अधिकारी इस मामले से अनजान हैं. पूछने पर कलेक्टर जांचकर निर्माण एजेंसी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
टीकमगढ़ जिले की ग्राम पंचायत दिगौडा में पिछले साल 14 लाख 80 हजार रुपए की लागत से नाले पर चेक डैम का निर्माण गया, ताकि बारिश चेक डैम में एकत्रित पानी से आसपास के किसान सिंचाई कर सकें.
ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच, सचिवं और इंजीनियरों द्वारा कराये गये इस चेक डैम निर्माण में गुणवत्ता को दरकिनार करते हुये सरकार की राशि का बंदरबांट किया.
गुववत्ताहीन बना यह चेक डैम पहली ही बारिश में टूट गया. इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि लाखों रुपये की लागत से बना यह चेक डैम पहली बारिश में ही बह गया, जबकि इसके बनने से हम लोगों सिंचाई का लाभ मिलने की बड़ी उम्मीद थी.
इस मामले में जब कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी बात की गई तो उनका कहना है कि मुझे जानकारी नहीं और अगर ऐसा है तो मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
सरकार विकास को लेकर भले ही लाखों रुपए योजनाओं के नाम पर खर्च कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत यही है की लाखों रुपए की राशि से किए जा रहे निर्माण कार्यों में जमकर बंदरबांट हो रहा है और निर्माण एंजेसियों द्वारा घटिया निर्माण किया जा रहा है.