Ujjain News: बाबा महाकाल के भक्तों के लिए गुड न्यूज, अब आप भी कर सकेंगे जल अर्पित, जानें समय
Ujjain News: बाबा महाकाल के भक्तों के लिए खुशखबरी है. लंबे समय के इंतजार के बाद अब श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में बाबा को जल अर्पित कर सकेंगे. इसके लिए महाकालेश्वर मंदिर समिति ने समय भी निर्धारित किया है. मंदिर में सावन माह से जल अर्पित करने पर प्रतिबंध लगा हुआ था.
Ujjain News: बाबा महाकाल के भक्तों का लंबा इंतजार अब खत्म हो गया है. अब विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु बाबा महाकाल को जल अर्पित कर सकेंगे. महाकाल मंदिर समिति ने इसके लिए व्यवस्था की है, जिसके जरिए भक्त शिवलिंग पर जल चढ़ा सकेंगे. बीते सावन माह में समिति ने शिवलिंग पर जल अर्पित करने पर प्रतिबंध लगा दिया था.
बाबा महाकाल को कर सकेंगे जल अर्पित
बाबा महाकाल को कर सकेंगे जल अर्पित: बाबा महाकाल के भक्त अब उन्हें जल अर्पित कर सकेंगे. इसके लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति ने दो जल पात्र रखे हैं. इस पात्र में श्रद्धालु जो जल डालेंगे वो बाबा महाकाल की शिवलिंग को अर्पित होगा.
मंदिर समिति ने दी राहत
मंदिर समिति ने दी राहत: महाकाल के भक्तों को श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति ने बड़ी राहत दी है. सावन पर्व के बाद अब जो श्रद्धालु कार्तिक मंडपम व सभा मंडपम से प्रवेश करेंगे, वे भगवान को जल अर्पित कर सकेंगे. मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भगवान को जल अर्पित करने के लिए मंदिर के सभा मंडप व कार्तिकेय मंडप में जल पात्रों की व्यवस्था की गई है.
मंदिर समिति ने दी जानकारी
मंदिर समिति ने दी जानकारी: मंदिर समिति ने इस बात की जानकारी प्रेस नोट के जरिए दी है. इसमें बताया गया है कि मंदिर में दो जल पात्र रखे हैं, जिसमें भक्त जल डालेंगे तो वो शिवलिंग पर अर्पित होगा.
समय किया निर्धारित
समय किया निर्धारित: मंदिर समिति ने बताया कि श्रद्धालु कार्तिकेय मंडपम और सभा मंडपम में उक्त स्थान पर लगे जल पात्र में जल सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक अर्पित कर सकेंगे. श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित किया गया जल पाइप के माध्यम से मंदिर के गर्भगृह में लगे अभिषेक पात्र के माध्यम से भगवान महाकाल को समर्पित होगा.
एक लोटा जल
एक लोटा जल: महाकाल को चढ़ाने के लिए श्रद्धालु मंदिर में एक लोटा जल लेकर जा सकेंगे. दरअसल, वैशाख व ज्येष्ठ माह में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के*11 पवित्र नदियों के नाम से कलश (गलन्तिका) से ठंडे पानी की जलधारा प्रवाहित की जा रही है. साथ ही अब महाकालेश्वर भगवान के भक्तों द्वारा भी उनका जलाभिषेक हो पाएगा.
कैसे पहुंचे महाकालेश्वर धाम
कैसे पहुंचे महाकालेश्वर धाम: महाकालेश्वर धाम पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर है. वहां से आप टैक्सी या बस से उज्जैन पहुंच सकते हैं. इसके अलावा उज्जैन के लिए सीधी ट्रेन भी चलती है. ऐसे में आप बिना किसी परेशानी ट्रेन से उज्जैन रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद ऑटो से मंदिर पहुंच सकते हैं.