Guruwar ke Upay: सफलता प्राप्त करनी हो तो गुरुवार को करें ये उपाय, भगवान विष्णु बनाएंगे हर काम
Guruwar ke Upay: कुंडली में गुरु कमजोर होने से व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विवाह में बाधा आती है. प्रयास करते रहे हैं फिर भी करियर में सफलता नहीं प्राप्त नहीं होती. ऐसे में गुरुवार के दिन ये उपाय करने से आपके बिगड़े काम आसान हो जाएंगे.
मान्यताओं के अनुसार, बृहस्पति देव को देवताओं का गुरु माना जाता है. जिन पर भी उन की कृपा बनती है, उस व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है. ऐसे में आपको मध्य प्रदेश के पंडित सच्चिदानंद त्रिपाठी के अनुसार गुरुवार के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं.
स्नान का तारिका
बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन स्नान करने वक्त पानी में एक चुटकी हल्दी मिलानी चाहिए. स्नान के बाद केले के पौधे में हल्दी मिला जल का अर्घ्य देना चाहिए. ऐसा करने से बृहस्पति देव की कृपा बनेगी और करियर में सफलता प्राप्त होगी.
पिले रंग का वस्त्र
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है. भगवान विष्णु को पीला रंग अति प्रिय होता है. श्री हरि विष्णु की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र जरूर पहनें. यह उपाय करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद आप पर बनेगा.
लेन-देन से बचें
अगर आप गुरुवार के दिन कर्ज लेते है या किसी को उधार देते हैं, तो इससे बृहस्पति की स्थित कमजोर होती है. इसलिए गुरुवार के दिन किसी से भी लेनदेन करने से बचें.
मंत्र का जाप
बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए "ॐ बृ बृहस्पतये नमः" का प्रातःकाल जाप करें. वहीं संतान की समस्या हो तो "ॐ अंगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीव: प्रचोदयात" का जाप करें.
आर्थिक तंगी कारण
गुरुवार के दिन शाम के वक्त झाड़ू नहीं लगाना चाहिए. उस दिन साबुन-शैंपू का प्रयोग बिल्कुल न करें, साथ ही न बाल कटवाएं और न ही नाख़ून काटें. ऐसा करने से गुरु कमजोर होता है साथ ही आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ता है.
सत्यनारायण की कथा
धार्मिक मान्यता के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान सत्यनारायण की कथा का श्रवण करना चाहिए. सत्यनारायण का कथा का बड़ा महत्व होता है. इससे घर की नेगेटिविटी दूर होती है. करियर में सफलता प्राप्त होती है, साथ ही न बनने वाले काम भी बन जाते हैं.
पीले चीजों का दान
कुंडली में बृहस्पति की स्थिति को मजबूत करने के लिए गुरुवार के दिन पीले चीजों का दान करें. भक्ति के भाव से जरूरतमंदों को अन्न और अर्थ का दान करें. डिस्क्लेमर : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है