MP के इस द्वारकाधीश मंदिर में श्रापित सेवादार परिवार, जानें 5 पीढ़ियों तक संतान न होने की कहानी
Unique Dwarkadhish Temple in Ratlam: जन्माष्टमी के मौके पर आज देश भर में कृष्ण मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी है. इस बीच जानिए मध्य प्रदेश के रतलाम जिला स्थित ऐसे अनूठे द्वारकाधीश मंदिर के बारे में, जहां सेवादार परिवार की पांच पीढ़ियां श्रापित रहीं.
Dwarkadhish Temple in Ratlam Where Sevadar Family Was Cursed: भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव यानी जन्माष्टमी के पर्व पर आज देश भर में कृष्ण मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. दूर-दूर से लोग भगवान कृष्ण के दर्शन करने सुबह से पहुंच रहे हैं. ऐसे में जानिए मध्य प्रदेश के एक ऐसे अनूठे द्वारकाधीश मंदिर के बारे में, जहां सेवादार परिवार की 5 पीढ़ियां श्राप के कारण संतान हीन रहीं. पढ़िए पूरी कहानी-
रतलाम का अनूठा द्वारकाधीश मंदिर
रतलाम की सुनार गली में स्थित द्वारकाधीश मंदिर अपने आप में अनूठा मंदिर है. यहां के सेवादार परिवार का कहना है कि उनकी पिछली पांच पीढ़ी भगवान के श्राप के कारण संतान हीन है.
जानें कहानी
बताया जाता है कि सालों पहले इसी सेवादार परिवार के काशीराम पालीवाल ने एक संत के पास द्वारकाधीश भगवान की काली रंग वाली प्रतिमा देखी थी. उसने वहां प्रतिमा की स्थापना की लेकिन भगवान द्वारकाधीश की प्रतिमा रोज वहां से वापस साधु के पास चली जाती थी. ऐसे में काशीराम परिवार ने यहां इस प्रतिमा को मंत्रोच्चार के साथ मंदिर में जबरन बंदिश कर यही स्थापित किया.
नाराज हुए द्वारकाधीश
इसी से नाराज भगवान द्वारकाधीश ने सेवादार काशीराम पालीवाल को श्राप दिया था कि उनके परिवार में पांच पीढ़ियों तक संतान प्राप्ति नहीं होगी. ऐसे में इस परिवार ने भगवान की सेवा दत्तक पुत्र के साथ जारी रखी और छठी पीढ़ी के श्राप मुक्त होने पर पुत्र प्राप्ति हुई.
जन्माष्टमी का आयोजन
इस मंदिर में हर साल बड़े धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस साल के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं. भगवान का झूला सजेगा और शाम से भजन-कीर्तन शुरू हो जाएंगे. इसके बाद रात 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव धूम-धाम से मनाया जाएगा.