Mahakal Photo Story: महाशिवरात्रि में नहीं पहुंच पाए उज्जैन, यहां करें बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन
Mahashivratri At Mahakal Photo Story: आज देशभर में महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की धूम रही. भक्त दूर-दूर से मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे. लेकिन, कई लोग किसी कारण से बाबा के दरबार में नहीं पहुंच पाए. वो यहां करें उज्जैन (Ujjain) से बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन (Divya Darshan)...
महाशिवरात्रि के मौके पर अगर आप उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के लिए नहीं जा पाए तो इसके लिए उदास होने की जरूरत नहीं है. हम यहां कुछ तस्वीरें लेकर आए है जिन्हें देखकर आपका मन प्रसन्न हो जाएगा. तो करें महाकाल के दिव्य दर्शन
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की नगरी अवन्तिका में महाशिवरात्रि पर्व की धूम है. बीते 8 दिनों से पर्व को मंदिर में मनाया जा रहा है. आज नौवें दिन शनि प्रदोष व महाशिवरात्रि के पर्व का अद्भुत संयोग में महाशिवरात्रि मनाई गई.
देर रात 2:30 बजे से भस्मारती के लिए मंदिर के पट खुले. पुजारि पुरोहितों ने बाबा महाकाल का विशेष पूजन अभिषेक किया. अभिषेक में पंचामृत और कई प्रकार के फलों के रस से बाबा को स्नान करवा कर भस्मीभूत किया गया.
भस्मारती के साथ-साथ आम दर्शनार्थी ने चलायमान दर्शन किए. श्रद्धलूओं की लंबी कतार 1 बज कर 40 मिनट पर लगना शुरू हुई. अब ये क्रम 44 घंटे तक लगातार जारी रहेगा. पूरा मंदिर परिसर इस दौरान हर-हर महादेव, जय महाकाल के जय कारो से गूंज उठा.
दिन भर पूजन के क्रम के बाद देर शाम बाबा महाकाल की नगरी में शिप्रा के घाटों पर विश्व रिकॉर्ड दीप प्रज्वलित कर कायम किया जाएगा, जिसमें सीएम शिवराज भी शामिल होंगे. कार्यक्रम के लिए पूरे शहर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई हैं.
पुजारी महेश गुरु ने बताया कि आज शिव का दिन है. इस दिन पूजा करने से कई पुण्यों की प्राप्ति होती है.आज के दिन व्रत उपवास रखने वालों के हर मनोरथ पूर्ण होती है. आज के दिन आंकड़े, फूल व बिल्व पत्र चढ़ाने का खास महत्व है.
भस्मार्ती के बाद वस्त्रों से श्रृंगारित करके दर्शन लाभ सभी भक्तों को प्राप्त हुआ. आज के दिन 3 क्विंटल फूलों से बाबा का सेहरा सजाया जाएगा. बाबा को स्वर्ण के जेवर, चंद्रमा, त्रिपुंड व तिलक लगाया जाएगा. सवा लाख बेल पत्र चढ़ाए जाएंगे और हर एक बेल पत्र पर शिव का नाम लिखा होगा.
इस दिन भोलेनाथ की चार पहर की पूजा होती है. इसमें 11 ब्राह्मण अभिषेक करते हैं. आज सुबह 7:30 से 8:15 तक दद्योदक आरती हुई. 10 से 10:30 बजे के बीच फिर विशेष जलाभिषे हुआ. 10:30 से 11:15 भोंग आरती की गई. इसके बाद ढाई घण्टे की विशेष पूजा की गई.
आज के रोज देर शाम संध्या आरती होती है. दर्शन लगातार चलते है. रात 12 बजे भगवान का सेहरा बंधता है. जो सुबह तक जारी रहता है. अगले दिन बाबा का 11 बजे सेहरा छुटेगा भस्मारती दिन में होगी और उसके बाद पर्व का समापन.
इस बार उज्जैन में 21 लाख दीए जलाकर रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. आज देर शाम 21 लाख दीपो से अवन्तिका नगरी रौन होगी. घाटों पर 22000 से अधिक वोलेंटियर्स 18 लाख दीप जलाएंगे.
सीएम शिवराज सहित कई बड़े नाम शिव ज्योति अर्पणम आयोजन में शामिल होंगे. विश्व रिकॉर्ड के इस दिव्य दृश्य को श्रद्धालु घाट से नहीं देख सकेंगे. व्यवस्थाओं के चलते, श्रद्धालुओं के रात 8:00 बजे तक घाट पर आने पर प्रतिबंध रहेगा.