Chunavi Chatbox: कमलनाथ के 11 वचनों पर जनता ने किया प्रहार, सोशल मीडिया पर भर-भरकर आए कमेंट्स
MP Elections 2023: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर PCC चीफ कमलनाथ के 11 वादों को पोस्ट किया है. इस पोस्ट पर यूजर्स ने उल्टा उन पर ही प्रहार करते हुए उन्हें घेरा है. Chunavi Chatbox में पढ़ें यूजर्स के कमेंट-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एमपी कांग्रेस ने कमलनाथ के 11 वादे गिनाए तो लोगों ने उनसे कई सवाल पूछ डाले.
एमपी कांग्रेस ने लिखा- कमलनाथ के साथ, 11 वचनों की सौगात- - महिलाओं को 1500 रुपए महीने - 500 रुपए में गैस सिलेंडर - 100 यूनिट बिजली फ्री, 200 हाफ - किसानों का कर्ज होगा माफ - पुरानी पेंशन योजना लागू होगी - 5 हॉर्स पावर सिंचाई की बिजली फ्री - किसानों के बिजली बिल माफ - ओबीसी को 27% आरक्षण - 12 घंटे सिंचाई के लिए बिजली - जातिगत जनगणना - किसानों के मुकदमे वापस होंगे सबका रखेंगे ख्याल, पूरा घर रहेगा खुशहाल
इस पर एक यूजर ने लिखा- इसमें व्यापम की सीबीआई जांच का क्या हुआ और बीज घोटाले की समयबद्ध जांच के साथ पटवारी और शिक्षक भर्ती समस्या, पर्यावरण विनाशक केन बेतवा नदी गठजोड़ से पन्ना टाइगर्स रिजर्व को होने वाला जैवविविधतात्मक क्षति को रोकने, विस्थापित आदिवासियों-किसानों के पुनर्वास, न्यायोचित रहवास मुआवजा की बात क्यों नहीं शामिल है?
एक कमेंट आया- चुनावी घोषणा के साथ-साथ धन के आगमन का स्रोत भी बताना चाहिए आपको. बाद में कहेंगे कि घोषणा को पूरा करते-करते अब विकास के लिए फंड नहीं बचा है.
एक यूजर ने लिखा- कल आपने भी ट्वीट किया था दिव्यांगो के रैली का लेकिन फिर फिर भी आपने 11 वचनों में दिव्यांगो की पेंशन बढ़ाने को लेकर कोई जिक्र किया नहीं जबकि आपकी नेता प्रियंका गांधी जी के सामने कमलनाथ
एक और कमेंट आया- हमें आप पर बिल्कुल भरोसा नहीं है. पहले 10 दिन में कर्जमाफी की घोषणा आज तक पूरी नहीं हुई.मेरे परिवार से 25 वोट दिए थे लेकिन हमारा एक का भी कर्जा माफ नहीं किया.
एक अन्य यूजर ने लिखा- इस बार कलंकनाथ के जुमलों में नहीं फंसेगी जनता.
एक और यूजर ने लिखा- राजस्थान के किसानों का कर्ज भी केवल 10 दिन में माफ करने की बात हुई थी लेकिन क्या हुआ? किसानों की जमीन की कुर्की हो गई.
एक कमेंट आया- कांग्रेस को कमलनाथ ने बनाया क्या? और वादे कांग्रेस कर रही है या कमलनाथ ? चूनाव चिन्ह कमलनाथ ने दिया है क्या? सुधर जाओ कांग्रेस का नाम लिया करो ...कुछ शर्म बची हो तो
एक यूजर ने लिखा- मध्यप्रदेश का युवा आप लोगों से कोई उम्मीद न करे मतलब रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, भर्ती, प्रमुख मुद्दा हैं ही नहीं. अब प्रदेश का युवा अपना खुद देखे प्रमुख पार्टियां तो अपना बता दी.