अगर विवाह में आ रही हैं अड़चने, आश्विन माह की शिवरात्रि पर करें ये 4 उपाय
Maasik shivaraatri 2024: आश्विन मासिक शिवरात्रि पर इन 4 उपायों को करने से विवाह में आ रही अड़चने दूर होने का साथ हर मनोकामना पूरी हो सकती है.
कब है मासिक शिवरात्रि
उदयातिथि के आधार पर इस साल 30 सितंबर को आश्विन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा. वैदिक पंचांग के अनुसार मासिक शिवरात्रि की शुरूआत 07:06 बजे से शुरूआत हो रही है. इसका समापन अगले दिन 1 अक्टूबर को रात 09:39 बजे पर होगा.
शिव जी की शुभ मुहूर्त में करें पूजा
आश्विन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. मासिक शिवरात्रि के दिन 30 सितंबर 2024 की रात में भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त बताया गया है. आप भगवान शिव की पूजा 30 सितंबर की रात 11:47 बजे से लेकर 1 अक्टूबर 2024 को सुबह 12:35 बजे तक कर सकते हैं.
मासिक शिवरात्रि पर करें ये 4 उपाय
एस्ट्रोलॉजर डॉ.रुचिका अरोड़ा ने मासिक शिवरात्रि के दिन के लिए 4 ऐसे उपाय बताएं है. इनको करने से विवाह के योग बनने के साथ शिव और पार्वती का आशीर्वाद बना रहता है. इसके अलावा सच्चे मन से पूजा करने पर मनचाही इच्छा भी पूरी हो सकती है. आइए जानें इन उपायों के बारे में.
विवाह में आने वाली अड़चने दूर
मासिक शिवरात्रि के दिन रात में पूजा के मुहूर्त पर भगवान शिव और माता पार्वती की साथ में पूजा करनी फलदायी बताई गई है. ऐसा करने से विवाह में आने वाली अड़चने दूर हो जाती हैं. इसके अलावा शादीशुदा लोगों का जीवन खुशहाल रहता है.
शिव और पार्वती को करें फूल अर्पित
मासिक शिवरात्रि के दिन सोमवार का दिन भी है. जो बेहद शुभ संयोग माना जाता है. शाम के समय शिव जी को पीले रंग का फूल चढ़ाएं. वहीं माता पार्वती को लाल रंग का फूल चढ़ाएं. ऐसा करने से शिव जी और मां पार्वती खुश होते हैं. उनका आशीर्वाद बना रहता है.
शिव चालीसा का पाठ
मासिक शिवरात्रि के दिन शाम की पूजा के समय कुंवारे लोगों को शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए. जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती है. शादीशुदा लोग अगर शिव चालीसा का पाठ करने से शिव प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं.
शिवलिंग पर इत्र चढ़ाएं
शिव पुराण में भगवान शिव को विवाह का देवता कहा गया है. मासिक शिवरात्रि के दिन अगर आप शिव मंदिर में शिवलिंग पर इत्र चढ़ाते हैं. तो इससे विवाह के योग बनने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा भगवान शिव के मंत्रों का जाप भी करें.