शादी नहीं हो रही तो उज्जैन के इस मंदिर में कुंडी खड़काने से होगी मनोकामना पूरी, बनने लगेंगे शादी के योग

Ujjain Marriage Temple: अक्सर कई लोगों के विवाह के योग नहीं बनने पर तरह-तरह के उपाय करते हैं. आपको हम उज्जैन के उस मंदिर के बारे में बतायेंगे जहां पर सिर्फ घंटी बजाने से ही शादी के योग बन सकते हैं.

ज़ी न्यूज़ डेस्क Fri, 20 Sep 2024-4:25 pm,
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उज्जैन के मंदिर

उज्जैन का नाम लेते ही महाकाल मंदिर याद आता है. लेकिन यहां पर और भी कई सारे ऐसे मंदिर है. इनकी बहुत मान्यता है. इसमें से एक मंदिर ऐसा भी है जहां लोग कहते हैं कि मात्र  कुंडी खटाखटाते ही कुंवारे लोगो की शादी हो जाती है. 

 

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वरसिद्धि माता मंदिर

उज्जैन में वरसिद्धि माता का एक बहुत पुराना मंदिर है. इसकी मान्यता है कि अगर किसी की शादी नहीं हो रही है तो उसके यहां आने से शादी में आ रही रुकावटें दूर हो जाती है.  इसके अलावा माता के आशीर्वाद से मनोकामना पूरी होती है. 

 

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कई कुंवारों की हुई शादी

वर सिद्धि माता को वर देने वाली माता भी कहते हैं. भक्तों के अनुसार माता ने बहुत सारे कुंवारे लोगों की शादी के रास्ते खोलें हैं. इसलिए  भक्त श्रद्धा से इस मंदिर में आते हैं. इसके अलावा भक्त मान्यता के अनुसार वर प्राप्ति के लिए जो उपाय करने होते हैं वो सब भी करते हैं. 

 

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हरसिद्धि मंदिर के पास है माता का मंदिर

हरसिद्धि मंदिर के पीछे सीढियों के पास ही वरसिद्धि माता का छोटा सा मंदिर है. इस  मंदिर में माता की बेहद सुंदर प्रतिमा है. हरसिद्धि मंदिर के पुजारी पं. राजू पुजारी बताते हैं कि यहां पर कई युवक और युवती हर रोज मंदिर में अपनी शादी की मनोकामना लेकर आते हैं. 

 

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कुंडी खड़काने से शादी

लोगों का मानना है कि उज्जैन के इस वरसिद्धि माता में अगर कोई सिर्फ कुंडी खड़का दे तो उसकी शादी हो जाती है.  इस मंदिर में महाकाल के दर्शन के बाद हजारों भक्त आस्था के साथ मातारानी के मंदिर भी आते हैं. 

 

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मां वरसिद्धि से प्रार्थना

मंदिर में एक कुंडी है इसको लेकर पुजारी बताते हैं कि अगर किसी युवक-युवती की शादी किसी वजह से नहीं हो पाती है तो वे मां वरसिद्धि के दरबार में आकर माता के सामने मथ्था टेकते हैं. साथ ही माता से अच्छे जीवनसाथी की प्रार्थना करते हैं.

 

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पचरंगी धागा

उनकी प्रार्थना माता सुने इसके लिए उन्हें मंदिर में कुंडी खड़काने के अलावा पचरंगी धागा भी बांधना होता है. इसमें तीन से चार गांठ लगानी होती है. माना जाता है कि अगर भक्त माता की सच्चे मन से प्रार्थना करता है तो माता उनकी इच्छा को जरूर पूरा करती हैं.

 

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यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले धार्मिक जानकारों की सलाह जरूर लें

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