Ayman Al Zawahiri: भारत के दुश्मन अल जवाहिरी को अमेरिका ने मार गिराया, अल-कायदा प्रमुख का ये था मकसद
Ayman al-Zawahiri Died in Drone Strike: ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल-कायदा प्रमुख के रूप में पदभार संभालने वाला जवाहिरी ड्रोन हमले में मारा गया है. आइए हम आपको अल कायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) के बारे में कुछ बाते बताते हैं.
1951 में हुआ था जन्म
अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) का जन्म 1951 में मिस्र के तत्कालीन साम्राज्य गीज़ा में हुआ था. जवाहिरी के पिता का नाम मोहम्मद रबी अल-जवाहिरी (Mohammed Rabi Al-Zawahiri) और माता का नाम उमायमा आजम (umayama azam) है.
14 की उम्र में बन गया था मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य
उसकी इच्छा मिस्र में इस्लामी सरकार की सर्वोच्चता स्थापित करने की थी. 14 साल की उम्र में,वो मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया था.
पेशे से था सर्जन
बता दें कि अल जवाहिरी पेशे से सर्जन था. उसने पढ़ाई के लिए अपने देश से बाहर जाने का फैसला किया था.
अनवर सादात की हत्या के बाद जेल में बिताए थे 3 साल
मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात (Anwar Sadat) की हत्या के बाद अल जवाहिरी और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि अल जवाहिरी जेल में लगभग 3 साल बिताए थे और कहा जाता है कि इन सभी लोगों को जेल में बहुत प्रताड़ित किया गया था.
9/11 का था मास्टरमाइंड
ओसामा बिन लादेन के साथ वह 9/11 हमलों का मास्टरमाइंड था. इन आतंकवादी हमलों में लगभग 3000 लोग मारे गए थे.
काबुल में ली थी शरण
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, जवाहिरी ने अपने परिवार से मिलने के लिए काबुल में शरण ली थी. जो बिडेन ने कहा कि अल कायदा प्रमुख को मारने के लिए दो हेलफायर मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था. ड्रोन स्ट्राइक 31 जुलाई को रात 9:48 बजे की गई थी. काबुल में ड्रोन हमले के दौरान कोई भी अमेरिकी कर्मी जमीन पर नहीं था.
हिजाब गर्ल की खुलकर तारीफ थी
भारत में हिजाब विवाद के दौरान जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) ने हिजाब गर्ल मुस्कान (hijab girl muskan) की तारीफ में कविता भी पढ़ी थी. उसने कर्नाटक की कॉलेज स्टूडेंट मुस्कान खान की खुलकर तारीफ थी.
भारत के लिए भी था खतरा
जवाहिरी अमेरिका के साथ-साथ भारत के लिए भी खतरा था. एक वीडियो में जवाहिरी ने 'कश्मीर में मुजाहिदीन' को भारतीय सेना और सरकार पर हमले जारी रखने को कहा था. बता दें कि 2014 में, जवाहिरी ने AQIS के गठन की घोषणा की और भारत में जन्मे असीम उमर को इसका प्रमुख बनाया गया था. इसका उद्देश्य भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश की सरकारों के खिलाफ जिहाद करना है.