भोपालः मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कल यानि कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इस बीजेपी के इस मेगा इवेंट में ढाई लाख आदिवासी जुटेंगे. पीएम मोदी भी इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. इतनी बड़ी संख्या में आदिवासियों को भोपाल लाने के लिए काफी संसाधन लगेंगे. जिसके लिए भाजपा कार्यकर्ता कई दिनों से तैयारियों में लगे हुए हैं. खास बात है कि ढाई लाख आदिवासियों के खाने का भी इंतजाम किया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खाने का है खास इंतजाम
जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में आने वाले करीब ढाई लाख आदिवासियों के खाने के खास इंतजाम किए गए हैं. जानकारी मिली है कि कार्यक्रम में आने वाले लोगों को पहले चाय दी जाएगी. इसके बाद नाश्ता और खाना दिया जाएगा. खाने का मेन्यू भी खास है. बता दें कि खाने में केसर युक्त हलवा, बूंदी, दो सब्जियां, दाल और चावल दिए जाएंगे. प्रदेश के कोने-कोने से आदिवासी लोगों को राजधानी भोपाल लाया जा रहा है. भाजपा सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है. इतनी बड़ी तादाद को देखते हुए लोगों के खाने का इंतजाम अलग-अलग जगह किया गया है, जिससे भीड़ ना हो और सब काम व्यवस्थित तरीके से हो सके. 


पीएम मोदी नहीं खाएंगे खाना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी भोपाल में तकरीबन तीन घंटे रुकेंगे लेकिन वह यहां खाना नहीं खाएंगे. दरअसल पीएम मोदी विशेष विमान से भोपाल पहुंचेंगे और फिर स्टेट हैंगर से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सीधे जनजाति सम्मेलन में भोपाल के जंबूरी मैदान पहुंचेंगे. पीएम एयरफोर्स के जिस विशेष विमान से चलते हैं, वह उसी में दोपहर का भोजन करेंगे. 


जंबूरी मैदान के कार्यक्रम के बाद पीएम हेलीकॉप्टर से बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी मैदान पहुंचेंगे और यहां से सड़क मार्ग से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. पीएम की सुरक्षा और कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए करीब 5000 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे.