नितिन चावरे/कटनी: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (PM Modi) द्वारा आज मन की बात के 102वें एपिसोड पर कटनी की नि-क्षय मित्र मीनाक्षी क्षत्रिय का नाम लेकर उन्हें प्रेरक बताया है. दरअसल, मीनाक्षी कम उम्र में टी.बी.उन्मूलन की ब्रांड एंबेसडर है. जो पीएम मोदी से प्रभावित होकर 2025 तक टीबी मुक्त अभियान से जुड़ गई. इसके लिए मीनाक्षी ने अपने गुल्लक तक तोड़ दिया और 1 टीबी रोगी का लगातार 6 माह तक पौष्टिक आहार देने के लिए 4200 रुपये की राशि रेडक्रॉस समिति को प्रदान किया था.


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पीएम मोदी से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने था सराहा
जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट कर बेटी मीनाक्षी की सराहना भी की थी. यही नहीं नि-क्षय मित्र मीनाक्षी क्षत्रिय को टीबी उन्मूलन में अपने बेहतर कार्य के लिए भी राज्यपाल मांगू भाई पटेल द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है. आपको बता दें कि कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा बड़े स्तर पर टी.बी. रोगियों के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाकर रेडक्रॉस से जोड़ा है. जिससे जिले के नि-क्षय मित्रों को बेहतर और पौष्टिक आहार के साथ उपचार मिल सके.


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पीएम मोदी ने मीनाक्षी को बताया समाज के लिए प्रेरक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था जब टीबी का पता चलते ही परिवार वाले दूर हो जाते थे, लेकिन आज नि-क्षय मित्र परिवार के सदस्य की तरह मदद करते हैं. बच्चों को अपनी पॉकेट मनी से बहुत प्यार होता है, लेकिन कुछ बच्चे पॉकेट मनी से टीबी मरीजों की मदद कर रहे हैं. मीनाक्षी का विशेष रूप से जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश के कटनी जिले की 13 वर्षीय मीनाक्षी और पश्चिम बंगाल के 11 साल के बश्वर मुखर्जी दोनों ही कुछ अलग ही बच्चे हैं. इन दोनों बच्चों ने अपने गुल्लक के पैसे भी टीबी मुक्त भारत अभियान में लगा दिए हैं. ये उदाहरण भावुकता से भरे होने होने के साथ ही, बहुत प्रेरक भी है. कम उम्र में बड़ी सोच रखने वाले इन सभी बच्चों की मैं ह्रदय से प्रशंसा करता हूं.


मीनाक्षी रेडक्रॉस की आजीवन सदस्य
मीनाक्षी क्षत्रिय न सिर्फ नि-क्षय मित्र की ब्रांड एंबेसडर हैं, बल्कि रेडक्रॉस समिति में कम उम्र की आजीवन सदस्य होने का खिताब हासिल किया है. कम उम्र के बच्चों के लिए मीनाक्षी एक उदाहरण के रूप में समाने आई है. जिसके लिए देश प्रधानमंत्री से लेकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने भी सराहना की थी.