MP Lok Sabha Elections: राजनीति में कब क्या हो जाए इसको लेकर कुछ कहा तो नहीं जा सकता, क्योंकि सियासत खेल ही है ऐसा है जहां उठापठक की संभावना बनी ही रहती है. खास बात यह है कि जब नेता एक दूसरे से मुलाकात करते हैं तो भले ही मुलाकात राजनीति से दूर सामान्य तरीके से हुई हो, लेकिन जब मेल-मिलाप नेताओं के बीच होता है तो सियासी चर्चा शुरू होना तो लाजमी है. मध्य प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. जहां नेताओं के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर पर जमकर चर्चा हो रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मध्य प्रदेश की चर्चित तस्वीर 


दरअसल, मध्य प्रदेश में 7 फरवरी से विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत हुई है, ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के सभी विधायक सदन में पहुंचे. इस दौरान एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई , जिस पर राजनीतिक गलियारों में विचार शुरू हो गया है.  दरअसल, इस तस्वीर में प्रदेश के पांच कद्दावर नेता नजर आ रहे हैं, जिनमें विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एक साथ दिखे. इस तस्वीर की खासियत यह है कि इसमें चार नेता सत्ताधारी दल बीजेपी से जुड़े थे, जबकि एकमात्र कमलनाथ विपक्ष से थे. 


हर बात का हुआ खंडन, फिर भी चर्चा में आई तस्वीर 


खास बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा चलती रही है कि कमलनाथ बीजेपी में जा सकते हैं. हालांकि इस बात का खंडन खुद कमलनाथ कर चुके हैं. उन्होंने स्पष्ट किया है कि बीजेपी में जाने जैसी कोई बात नहीं है. जबकि भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय भी स्पष्ट कर चुके हैं कि कमलनाथ की बीजेपी में एंट्री जैसी कोई बात नहीं है. लेकिन सदन में अचानक से इन नेताओं के बीच हुई सामान्य मुलाकात के दौरान ली गई तस्वीर देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई. 



चर्चा में यह तस्वीर 


एक-दूसरे से जुड़ा है कनेक्शन 


अब ऐसा भी नहीं है कि इस तस्वीर पर ऐसे ही चर्चा हो रही है, इसकी वजह यह है कि इन नेताओं को एक दूसरे कनेक्शन वर्तमान राजनीति से कही न कही जुड़ा हुआ है. कमलनाथ, प्रहलाद सिंह पटेल और नरेंद्र सिंह तोमर लंबे समय तक लोकसभा में एक साथ रहे हैं, जबकि मोहन यादव इस वक्त सूबे के मुखिया हैं और कैलाश विजयवर्गीय संसदीय कार्यमंत्री है. 


जिसमें सबसे अहम कमलनाथ और कैलाश विजयवर्गीय हैं. दरअसल, छिंदवाड़ा लोकसभा सीट मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ मानी जाती है, बीजेपी ने इस बार इस सीट की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को सौंपी है, उन्हें छिंदवाड़ा सीट का प्रभारी बनाया गया है. जिससे इस बार छिंदवाड़ा की सियासत कमलनाथ vs कैलाश होती दिख रही है. 


वहीं बात अगर प्रहलाद सिंह पटेल की जाए तो वह एक बार छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कमलनाथ के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें चुनाव में हार मिली थी. लेकिन प्रहलाद सिंह पटेल भी उस चुनाव के बाद कही न कही छिंदवाड़ा में एक्टिव तो रहते ही हैं. वहीं सूबे का मुखिया होने के नाते अब छिंदवाड़ा सीट पर सीएम मोहन यादव का भी फोकस होगा ही. वहीं कमलनाथ आज के वक्त में प्रदेश में कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा हैं, ऐसे में उनके हर कदम पर भी सबकी निगाहें तो रहती ही हैं. 


ऐसे में जब पांचों नेताओं के बीच ली गई यह तस्वीर जब सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो सबने अपने-अपने स्तर पर इस पर चर्चा शुरू कर दी. राजनीतिक जानकारों के भी इस पर अपने-अपने मत हैं. ऐसे में भले ही इस तस्वीर के मायने कुछ हो न हो. लेकिन जब राजनीति में ऐसा कुछ होता है तो वह चर्चा में जरूर आ जाता है. 


ये भी पढ़ेंः MP Politics: 'किले' में 'महल' की सेंधमारी, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस को दिया बड़ा झटका