नई दिल्ली: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इस वक्त मध्य प्रदेश में हैं, एमपी में राहुल की यात्रा का आज चौथा दिन है. संविधान दिवस के दिन ये यात्रा महू पहुंची. जहां सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने आरएसएस और बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि RSS और बीजेपी संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. सभा से पहले राहुल गांधी ने  आंबेडकर स्मारक पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए. हालांकि यहां शाम में बिजली की आंखमिचौली भी देखने को मिल गई. इसे लेकर कांग्रेस ने कहा कि ये संयोग है या साजिश?



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि सभा को संबोधित करते वक्त मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.


अंबेडकर स्मारक पर बत्ती गुल
राहुल गांधी जब महू पहुंचे तो वहां काफी देर तक बिजली की आंखमिचौली देखने को मिली. वहीं स्मारक स्थल पर भी अंधेरा पसरा रहा. हालांकि जनरेटर से लाइट जल रही थी. बताया जा रहा है कि ट्रांसफॉर्मर में आग लगने से बत्ती गुल हुई थी. वहीं इसे लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता केके मिश्रा ने  ट्वीट कर कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर जी की जन्मस्थली महू में राहुल गांधी उन्हें संविधान दिवस पर अपनी आदरांजलि अर्पित करने पहुंच रहे हैं लेकिन दो मर्तबा बिजली गुल हो चुकी है. यह संयोग है या कोई साजिश?



बीजेपी-आरएसएस पर बोला हमला
सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने RSS और बीजेपी पर हमला बोला.  राहुल ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग संविधान को खत्म करने का काम पीछे से कर रहे हैं.  उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस संविधान को खत्म नहीं कर सकते, इतना दम उनमें नहीं है और अगर उन्होंने ये कोशिश की तो उस दिन हिंदुस्तान की आवाज एक सेंकेड में रोक देगी. इसलिए ये काम छुपकर किया जा रहा है. आरएसएस देश में हिंसा, नफरत और डर फैला रही है.  वहीं उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि एक संगठन ने 52 साल तक तिरंगे झंडे को ऑफिस पर नहीं लहराया है. 


दादी और पिता की हत्या का जिक्र
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि  मोहब्बत करने वाले किसी से नहीं डरते और डरने वाले कभी मोहब्बत नहीं करते है. राहुल ने दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि मेरी दादी को 32 गोली लगी थी, मेरे पिता को बम से मार दिया, मेरे खिलाफ भी हिंसा की गई. उस दिन मेरा डर मिट गया. मैं मोदी जी और आरएसएस से लड़ता हूं लेकिन उनसे नफरत नहीं करता. क्योंकि मेरे दिल में डर नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं मोदी और आरएसएस के लोगों से कहता हूं, डर मिटा दो नफरत खत्म हो जाएगी. 


वहीं उन्होंने संविधान दिवस पर कहा कि भारत जोड़ो के दौरान हम 2 हजार किलोमीटर तक चल चुके हैं. ये यात्रा सिर्फ महू में डायवर्ट हुई है. क्योंकि ये अंबडेकर की जमीन है. महू अंबेडकर, संविधान और तिरंगे की जमीन है. तिरंगा संविधान की शक्ति का प्रतीक है. संविधान ने हिंदुस्तान के पांच हजार साल के इतिहास में पहली बार सभी नागरिकों को समान अधिकार दिया.