राजगढ़ में 30 से ज्यादा गोवंश के बाढ़ में बहने का मामला, गौशाला संचालक प्रीतम महाराज गिरफ्तार
बुधवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि गौशाला से आधे किलोमीटर के इलाके में 30 से ज्यादा गायों के शव बिखरे हुए थे. गायों के शव खेत, नदी में और पेड़ पर लटके मिले.
अनिल नागर/राजगढ़ः राजगढ़ जिले की एक गौशाला में 30 से अधिक गायों की मौत मामले में गौशाला संचालक प्रीतम महाराज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि बाढ़ में गौशाला में बंद गायें बह गईं थी और गौशाला के आधे किलोमीटर के इलाके में गायों के शव नदी-नालों और पेड़ों पर लटके मिले थे. पुलिस ने प्रीतम महाराज के साथ ही अन्य 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि जिले के निंद्राखेड़ी गांव में प्रीतम महाराज की गौशाला है.इस गौशाला में करीब 100 गायें रखी जाती हैं. लगातार बारिश के चलते राजगढ़ में नदी नाले उफाने पर थे, जिसके चलते गौशाला के संचालक प्रीतम महाराज गौशाला में ताला लगाकर कहीं चले गए. प्रीतम महाराज के जाने के बाद राजगढ़ में हालात काफी खराब हो गए और गेट बंद होने के चलते गायें कहीं जा नहीं सकीं और बाढ़ में बह गईं.
बुधवार को पुलिस को सूचना मिली थी कि गौशाला से आधे किलोमीटर के इलाके में 30 से ज्यादा गायों के शव बिखरे हुए थे. गायों के शव खेत, नदी में और पेड़ पर लटके मिले, जिसके बाद हिंदू संगठन के लोग नाराज हो गए. इसके बाद गौशाला के संचालक प्रीतम महाराज के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और गायों के शवों को पोस्टमार्टम कराकर दफना दिया गया है.
राजगढ़ एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी ने बताया कि इस मामले में कल दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी थी और आज मुख्य आरोपी प्रीतम महाराज को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. एसपी ने बताया कि धारा 429 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने मृत गायों की तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया कि खुद को गौभक्त बताने वालों की सरकार में गौमाताओं की यह दर्दनाक तस्वीरें? एमपी के राजगढ़ जिले में तलेन के पास गांव निंद्राखेड़ी की सरकारी अनुदान प्राप्त गौशाला में बाढ़ से करीब 55 गौमाताओं की दर्दनाक मौत, गौशाला संचालक ताला बंद कर चला गया, जिससे यह घटना हुई.