चंद्रशेखर सोलंकी/रतलाम: भाजपा सांसद के घेराव मामले में जेल में बंद व्यापम के व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद राय (Whistleblower of Vyapam Dr. Anand Rai) को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत गर्म हो रही है. रतलाम में भाजपा सांसद के घेराव व हमले के मामले में व्यापम के व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद राय को रतलाम से सागर जेल भेजे जाने पर पूर्व निर्दलीय विधायक पारस सकलेचा (Former MLA Paras Saklecha) ने विरोध दर्ज कराया है.


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पूर्व विधायक का सरकार पर वार
पूर्व विधायक ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार नियमों को ताक में रखते हुए मनमाने ढंग से काम कर रही है. इस तरह किसी विचाराधीन कैदी को आपराधिक कृत्य करने वाले कैदियों के साथ नहीं रखा जाना चाहिए.


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बता दें कि जेल प्रशासन ने आनंद राय को शनिवार को रतलाम की स्थानीय सर्किल जेल से सेंट्रल जेल सागर शिफ्ट कर दिया है. जेल प्रशासन ने इसका कारण बताते हुए कहा कि व्हिसिल ब्लोअर आनंद राय को प्रशासनिक आधार पर सागर जेल ट्रांसफर किया गया है.


क्या है मामला?
दरअसल, मध्य प्रदेश के रतलाम से सांसद गुमान सिंह डामोर को आदिवासी समाज के विरोध का सामना करना पड़ा था. आदिवासी समुदाय के लोगों ने सांसद के काफिले को घेर लिया और जमकर नारेबाजी की. कुछ लोगों ने काफिले पर पत्थर और बोतलें फेंकी थी. यहां तक कि कलेक्टर के गनमैन संदीप चंदेल को भी चोटें आई थीं. जिस पर सांसद ने कहा था कि यह देश विरोधी ताकत हैं. सांसद ने इसे पुलिस सुरक्षा में चूक का मामला भी बताया था.


वहीं पुलिस ने इस मामले में जयस के प्रदेश संरक्षक डॉ. अभय ओहरी, सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापमं के व्हिसलब्लोअर  डॉ. आनंद राय, अनिल निनामा, विलेश खराड़ी और गोपाल वाघेला को गिरफ्तार कर लिया था.