High Blood Pressure Problems: हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) एक खतरनाक बीमारी है. जो व्यक्ति को कब घेर लेती है पता भी नहीं चलता है. जरूरी नहीं कि एक उम्र के बाद ही ऐसी परेशानी का सामना करना पड़े. आजकल की इस दौड़ती-भागती जिंदगी में तनाव और अव्यवस्थित दिनचर्या के कारण युवा भी इस समस्या का शिकार हो रहे हैं. कई लोगों के साथ ऐसा भी होता है कि उन्हें पता ही नहीं चल पाता कि उनका बीपी बढ़ रहा है और वो लापरवाही करते चले जाते हैं जो कि आगे चलकर एक गंभीर समस्या का रूप ले लेती है, इसलिए जरूरी है कि समय रहते ही इसके लक्षणों को पहचान लेना चाहिए. 


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हाई बीपी के लक्षण: अक्सर लोग सिर दर्द को हल्के में लेते हैं, जबकि ये हाई बीपी का सबसे आम लक्षण है. हद से ज्यादा सिर दर्द यानि हाई बीपी. इस स्थिति में मस्तिष्क तक उचित मात्रा में रक्त नहीं पहुंच पाता है, जिस वजह से सिर में भारीपन होता रहता है. साथ ही यदि आपको बार-बार चक्कर आने जैसा महसूस हो रहा है, तो यह ब्लड प्रेशर बढ़ने का संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में व्यक्ति को लगता है कि सब कुछ घूम रहा है. ऐसे में घर पर अकेले ना रहें और तुरंत डॉक्टर के पास जायें. यदि आप दिनभर थकान महसूस करते हैं और कुछ करने का मन नहीं करता या फिर बैठने के बाद उठने की हिम्मत नहीं होती है, तो इसे नजरअंदाज करने की भूल ना करें. अचानक होने वाली थकान हाई बीपी की निशानी है. 


चक्कर और बीपी का संबंध: हाई ब्लड प्रेशर आने पर कुछ लोग उसे कम करने के लिए दवाइयां ले लेते हैं, जिसका सीधा असर उनके मस्तिष्क पर पड़ता है. जिसके कारण चक्कर जैसी समस्या उत्पन्न होती है. ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवा और हार्ट अटैक के बुरे प्रभाव के रूप में भी चक्कर आ जाते है. हाई ब्लड प्रेशर को आमतौर पर साइलेंट किलर कहा जाता है क्योंकि इसके कोई लक्षण नहीं होते. हाई ब्लड प्रेशर सिरदर्द और नाक से खून आने का कारण बन सकता है.  हाइपोटेंशन या स्‍ट्रोक की दवाओं के कारण चक्कर आ सकते हैं.


हाई बीपी के क्या कारण:  डॉक्टरों का मानना है कि बीपी का मुख्य कारण तनाव और अनियंत्रित खानपान होता है. इसके अलावा मोटापा, नींद की कमी, नमक का अधिक सेवन या फिर जरूरत से ज्यादा तैलीय खाना भी इसके अन्य कारण हो सकते हैं इसलिए यह जरूरी है कि अपनी डाइट पर ध्यान दें. ताकि बीपी कंट्रोल में रहे, और ऐसी बिमारियों का सामना ना करना पड़े.