Rewa News: अजय मिश्रा/रीवा। जिले में इन दोनों कागजों पर गौशालाओं का निर्माण हो रहा है. यही वजह है कि गोवंश सड़कों पर घूमते फिरते नजर आते हैं. इसको लेकर लेकर रीवा का एक युवा वर्ग इसके खिलाफा मुहिम खोल रहा है. शहर के युवा प्रशासन को आईना दिखाने का काम कर रहा है. इसके लिए वो अनोखी पहल कर रहे हैं.


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प्रशासन नहीं कर रहा रखरखाओ
सड़क पर गोवंश होने के बाद भी जिला प्रशासन इनके रखरखाओ के लिए कोई उचित कदम नहीं उठा रहा है. गोवंशों के सड़क पर घूमने की वजह से लोग हादसे का शिकार होते हैं. इतना ही नहीं गोवंश भी इस हादसे की शिकार में शामिल है. दिन प्रतिदिन उनकी मृत्यु होने की संख्या बढ़ती जा रही है. सड़क पर जिंदा मवेशी से ज्यादा मृत अवस्था में मवेशी देखे जाते हैं 


इस घटना से प्ररित हुआ युवा ने बनाई मुहिम
गौरव पांडे ने बताया कि उसका मित्र सड़क किनारे खड़े होकर बातें कर रहा था. अचानक से एक युवक मवेशी को बचाने के चक्कर में डिसबैलेंस हो गया और मित्र से जा टकराया. इस हादसे की वजह से आज मेरा मित्र मरणासन अवस्था में पड़ा हुआ है. इसी से प्रेरित होकर मैं आवारा पशुओं के गले में रेडियम लगाने का काम कर रहा हूं.


करीब 20 लोगों की टीम कर रही है काम
शहर के युवा गौरव पांडे ने बताया कि ने बताया कि मेरे साथ मेरे कुल 20 अन्य साथी भी इस काम में रहते हैं. हम हर रोज तीन घंटे समय निकालकर यह काम करते हैं. गौरव पांडे ने प्रशासन से अपील की है कि आवारा मवेशियों के प्रति ठोस कदम उठाया जाए और उनके रखरखाव की व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए.


इसके साथ ही गौरव ने गौशालाओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि ज्यादातर गौशाला खाली पड़े हुए यहां पर गौशाला में गोवंश नहीं रहते हैं इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन को जाती है.


कलेक्टर ने युवाओं की सराहना की
पूरे मामले को लेकर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने युवाओं के द्वारा चलाई गई पहल की सराहना की कहा कि युवा वर्ग अच्छा कार्य कर रहा है. हमारा इस वक्त टारगेट था कि जो अधूरी गौशालाएं हैं उसके काम पूरे हो जाएं ताकि आवारा पशुओं को वहां रखरखाव करने की सुविधा हो सके.