SI की बेटी ने बढ़ाया MP का मान, दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गूंजा सारे जहां से अच्छा...
विंध्य की बेटी स्वेक्षा गुप्ता ने 74वें गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी दिल्ली में मुख्य परेड में हिस्सा लेकर मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया. स्वेक्षा गुप्ता बिरला बालिका विद्यापीठ पिलानी राजस्थान में अध्ययन कर रही हैं.
रीवा: विंध्य की बेटी स्वेक्षा गुप्ता ने 74वें गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी दिल्ली में मुख्य परेड में हिस्सा लेकर मध्यप्रदेश का नाम रोशन किया. स्वेक्षा गुप्ता बिरला बालिका विद्यापीठ पिलानी राजस्थान में अध्ययन कर रही हैं. उनका चयन गणतंत्र दिवस की परेड में गर्ल्स एनसीसी बैंड ग्रुप के 51 कैडेट्स के साथ हुआ था. जिसमें स्वेक्षा ने बैंड ग्रुप को लीड किया.
आपको बता दें कि स्वेक्षा के पिता सुनील कुमार गुप्ता रीवा शहर के समान थाने में निरीक्षक के पद पर पदस्थ है. वहीं माता विनीता गुप्ता पीएचडी करने के बाद ग्रहणी हैं. पिता ने कहा कि बेटी का सीनियर अंडर ऑफिसर के रूप में चयन होकर पूरे प्रदेश का दिल्ली में मान बढ़ाया है. बिरला बालिका विद्यापीठ पिलानी का यह बैंड ग्रुप 1960 से लगातार गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा ले रहा है.
2021 में कोरोना ने रोका रास्ता
गौरतलब है कि बीते 2021 में भी गणतंत्र दिवस परेड के लिए स्वेक्षा गुप्ता का चयन गर्ल्स एनसीसी बैंड ग्रुप के लिए हुआ था. हालांकि कोविड-19 के कारणों से ग्रुप परेड में सम्मानित नहीं हो पाया था. स्वेक्षा के अंदर बचपन से ही लीडरशिप के गुण मौजूद थे वह बचपन से ही अपने पापा को देख खुद को भी वर्दी में देखना चाहती थी जो अब सार्वजनिक रूप से देखने को मिल रहा है.
दिल्ली में गूंजा सारे जहां से अच्छा
स्वेक्षा गुप्ता ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर नई दिल्ली के कर्त्तव्य पथ में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में 26 जनवरी 2023 को बिरला बालिका विद्यापीठ पिलानी की ब्रास बैंड पार्टी ने "सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा " के मधुर धुनों से सभी का मन मोह लिया. सभी ने खड़े होकर उत्साह पूर्वक स्वागत किया.
पिता को गर्व
स्वेक्षा के पिता ने बताया कि बड़े ही गर्व की बात है कि आज मेरी बेटी इस मुकाम तक पहुंची है. बचपन से ही वह मुझे देखकर वर्दी में खुद को देखना चाहती थी. जो आज उसने सच कर दिखाया है. साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चों का सबसे पहला गुरु माता और पिता होते है. जिस पर स्वेक्षा की मां ने उन्हें अच्छी शिक्षा दें और अच्छी परवरिश दी जिसके चलते आज वह इस मुकाम तक है.स्वेक्षा का बचपन से ही सपना है कि वह वर्दी पहनकर कोई बड़ा अधिकारी बने.