अजय दुबे/जबलपुरः हाल ही में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ देशभर में छापेमारी हुई और पीएफआई की गतिविधियों के देश विरोधी पाए जाने के बाद सरकार ने इस संगठन पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं पीएफआई पर बैन के खिलाफ कई नेताओं ने बयानबाजी की. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने आरएसएस को लेकर विवादित बयान दिया है. अब दोनों नेताओं के बयान पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह ने पलटवार किया है. 


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जबलपुर पहुंचे प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि हम बचपन से स्वयंसेवक हैं और अगर कोई कहता है कि आरएसएस आतंकवादी संगठन है तो उनकी सोच को मैं प्रणाम करता हूं. विजय शाह यहीं नहीं रुके और बोले कि दिग्विजय सिंह ने अगर आरएसएस को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. 


बता दें कि पीएफआई पर बैन लगने के बाद दिग्विजय सिंह ने अपने एक बयान में आरएसएस और पीएफआई की तुलना करते हुए आरएसएस पर भी बैन लगाने की मांग कर दी थी. उन्होंने कहा कि अगर पीएफआई पर बैन लग सकता है तो आरएसएस पर क्यों नहीं? साल 2018 में भी दिग्विजय सिंह ने अपने एक बयान में कहा था कि जितने भी हिंदू आतंकी सामने आए हैं, वो सब आरएसएस से जुड़े रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने संघ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. 


लालू प्रसाद यादव ने भी पीएफआई पर बैन लगाने के सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संघ पर भी बैन लगाया जाए. संघ भी पूरे देश में हिंदू सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहा है, जो पीएफआई की तरह ही है. इसलिए इसे भी बैन किया जाना चाहिए. बता दें कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर देश में कट्टरता बढ़ाने का आरोप है. साथ ही ये भी आरोप है कि पीएफआई को विदेशों से करोड़ों रुपए का चंदा मिलता है लेकिन पीएफआई द्वारा इसे देश में दान में मिली रकम बताया है.