Sarva Pitru Amavasya: हिंदू धर्म में माता-पिता के स्थान को सबसे ऊपर माना गया है. क्योंकि व्यक्ति जीवित रहते हुए उनकी सेवा करता है और मरणोपरांत श्राद्ध कर्म. श्राद्ध पर्व की समाप्ति सर्वपित्र अमावस्या के साथ होती है.  इस बार सर्वपितृ अमावस्‍या 25 सितंबर को है. शास्‍त्रों में कहा गया है कि सर्वपितृ अमावस्‍या के दिन पितृगण धरती से देवलोक की ओर प्रस्‍थान करते हैं. मान्यता है कि इस दिन दान के अलावा अच्छे काम करने से पितरों का आशीर्वाद हमें मिलता है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो 5 काम जो सर्वपितृ अमावस्या के दिन करने से आपके घर और जीवन में खुशहाली में आएगी..


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सुबह स्नान के बाद सूर्य को चढाएं ये
अमावस्या के दिन सुबह स्नान के बाद सूर्य को लाल फूल और लाल चंदन मिलाकर जल चढ़ाए. उसके बाद अन्न जल ग्रहण के लिए आटे की छोटी-छोटी गोलिया बनाएं और उसे मछलियों को खिलाएं. माना गया है कि ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है और जीवन में खुशहाली आती है.


काली चींटियों का आटा खिलाएं
अमावस्या के दिन काली चींटियों को आटा खिलाने से पितृ अमावस्या पर लाभ मिलता है. मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ हमारी सारी गलती को माफ कर देते है. ऐसा करने से हमारे पापों का नाश होता है.


इस तरह कालसर्प दोष दूर होगा
पितृ अमावस्या पर चांदी के छोटे नाग और नागिन की पूजा करें. पूजा करने के बाद इनको सिर से स्पर्श करने बाद तेज नदी में प्रवाहित कर दें. माना जाता है कि इससे कुंडली से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.


नींबू का उपाय
सर्व पितृ अमावस्या पर बड़ा नींबू पूरे दिन घर पर रखें फिर शाम सूर्यास्त के समय इस नींबू को 4 बार उबारकर इसे 4 टुकड़ों में काटकर चौराहे पर फेंक दें. माना जाता है कि ऐसा करने से पितृ अमावस्या के दिन आपको अगर किसी काम में बाधा आ रही हो तो वो दूर होगी और बुरी नजर से बचाव होगा.


ब्राह्मणों को भोजन करवाएं
पितृ अमावस्‍या के दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाना बहुत शुभ माना जाता है. इस दिन कम से कम 5 ब्राह्मणों को घर पर बुलाकर भोजन करवाएं. अगर 5 न भी हो सके तो 1 ब्राह्मण को जरूर खाना खिलाएं.