सतना: सरकार उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के दावे करती है, लेकिन मौजूदा हालात का अंदाजा सतना के बिरसिंहपुर में हुए छात्राओं के हंगामे के बाद लगाया जा सकता है. बिरसिंहपुर स्थित कन्या उच्चतर शासकीय माध्यमिक विद्यालय की 13 सौ छात्राओं ने स्कूल में तालाबंदी कर दी और जमकर नारेबाजी करने लगीं. हालांकि हंगामे की जानकारी मिलने पर आला अधिकारी मौके पर आए और उन्होंने छात्राओं से बात की.


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जर्जर में नहीं हो पा रही पढ़ाई बना रहता है खतरा
छात्राओं का आरोप है कि जिस भवन में उन्हें पढ़ाया जाता है. वह जर्जर हालत में है और कभी भी गिर सकता है. इससे कभी भी अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है. शिकायत करने पर अध्यापकों अभद्र तरीके से बात करते हैं. इसी के विरोध में बुधवार को स्कूल में तालाबंदी की गई.


पिछले दिनों हुई थी घटना
बता दें कि बीते दिन जर्जर भवन में सीलिंग फैन गिरने से कुछ छात्राएं बाल बाल बची थी, जान का जोखिम देख कर आज छात्राओं ने भवन की मांग करते हुए स्कूल में तालाबंदी कर दी है.


13 सौ छात्राओं के बीच 9 शिक्षक और 9 जर्जर कमरे
बिरसिंहपुर कन्या उच्चतर शासकीय माध्यमिक विद्यालय में 13 सौ छात्राएं पढ़ती है, लेकिन यहां सिर्फ 9 कमरे हैं. वह भी जर्जर हालत में हैं. ऐसे में छात्राएं पठन-पाठन का कार्य नहीं हो पा रहा है. छात्राओं ने बताया कि बीते दिन जर्जर भवन होने के कारण सीलिंग फैन क्लास के दौरान नीचे गिर गया था. इस घटना में छात्राएं बाल-बाल बची थी.


अधिकारियों ने कही जांच के बाद कार्रवाई की बात
मामले की जानकारी जब शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को मिली तो मौके पर पहुंचकर उन्होंने छात्राओं को समझाइश दी. इसके साथ ही उन्होंने दल्द नए भनव का आश्वासन भी दिया. अधिकारियों की मानें तो भवन का निर्माण की राशि स्वीकृत है, लेकिन जमीनी विवाद होने के कारण भवन अब तक नहीं बन सका. वहीं छात्राओं से शिक्षकों द्वारा अभद्र तरीके से बात करने के आरोप में उन्होंने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.