Shani Gochar in Kumbh Rashi: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. शनिदेव हमें हमारे कर्मों के हिसाब से फल देते हैं. शनि ढाई साल बाद अपनी राशि परिवर्तित कर रहे हैं. शनि का राशि परिवर्तन कुछ राशियों के लिए बहुत अशुभ रहने वाला है. ज्योतिष की मानें तो शनि के कुंभ राशि में गोचर के चलते कई राशियों की लाइफ तबाह हो जाएगी. आइए जानते हैं कौन हैं ये राशियां और क्या है इससे बचाव के उपाय?


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इन राशियों पर होगी शनि की तिरछी नजर
शनि के कुंभ राश में गोचर करने से धनु राशि के जातकों जहां शनि के साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी. वहीं मकर, कुंभ और मीन राशि वालों शनि की साढ़ेसाती चलेगी. बता दें कि शनि की साढ़ेसाती मीन राशि के जातकों के पहले चरण, कुंभ राशि के जातकों के दूसरे चरण और मकर राशि के जातकों की तीसरे चरण में होगी. वहीं कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर शनि के ढैय्या का दौर शुरू होगा. ऐसे में इन जातकों को इस दौरान तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा.


शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के उपाय-


  • शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति के लिए इससे पीड़ित जातक काले घोड़े की नाल या नाव की कील की बनी उगूंठी धारण करें. इसे दाएं हाथ के मध्यमा उंगली में धारण करें. 

  • शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करें. शनिदेव की पूजा सरसों के तेल में दीपक जलाकर करें. साथ ही काले वस्तुओं की दान करें. इससे शनि के साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रभाव कम होता है.

  • शनि के प्रभाव को कम करने के लिए आप हनुमान जी की पूजा करें और सुंदरकांड का पाठ करें. 

  • शनि के प्रकोप को कम करने के लिए शनिवार के दिन स्नान करने के बाद पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करें और सरसों के तेल में दीपक जलाएं.

  • काले कुत्ते को नियमित भोजन कराएं. साथ ही जरुरतमंदों को खिचड़ी खिलाएं और ऊनी वस्त्र का दान करें.


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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ZEE MEDIA इसकी पुष्टि नहीं करता है.)