Saturn Transit 2023 in Aquarius: अब से कुछ ही घंटों में कर्मों के न्याय देवता शनि देव अपनी राशि परिवर्तित (Shani Gochar 2023) करने वाले हैं. बता दें कि इसके पहले शनिदेव ने 24 जनवरी 2022 में अपनी राशि परिवर्तित की थी. उस समय शनि के राशि परिवर्तन से पूरे दुनिया में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते तबाही आ गई थी. जिसमें लाखों लोगों की जान गई थी. इसके बाद शनिदेव जब अप्रैल 2022 में कुंभ में प्रवेश किए तो यूक्रेन में युद्ध हो गया. 17 जनवरी को शनिदेव अपनी राशि परिवर्तन कर रहे हैं. ऐसे में अब लोगों को इस बात को लेकर चिंता सताने लगी है कि, शनिदेव के राशि परिवर्तन से क्या एक बार फिर देश दुनिया पर इसका भयावह प्रभाव देखने को मिलेगा. आइए जानते हैं इसको लेकर क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

17 जनवरी को होगा कुंभ राशि में गोचर
शनिदेव 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. ज्योतिषचार्यों की मानें तो शनि के राशि परिवर्तन का असर देश-दुनिया में देखने को मिलेगा. वह चाहे प्राकृतिक घटना के रूप में देखने को मिले या फिर किसी बड़े युद्ध के रूप में. ज्योतिष की मानें तो साल 2023 में एक बार फिर कोई भयानक वायरल तबाही मचा सकता है. वहीं आशंका ये भी जताई जा रही है कि बड़े देशों में युद्ध हो सकता है, यानी तीसरे विश्वयुद्ध की शुरुआत हो सकती है. 


शनि का गोचर मचाएगा तबाही
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिदेव 17 जनवरी को कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं. शनिदेव इस अवस्था में 29 मार्च 2025 तक रहेंगे. इस दौरान बड़े देशों में युद्ध शुरू होने से तृतीय विश्वयुद्ध की शुरुआत हो सकती है. जिसका असर पूरी दुनिया के लिए भयावह रहेगा. जो आगे चलकर महाविनाश का रूप धारण र सकता है. ज्योतिष की मानें तो शनि की तबाही साल 2020 से शुरू हुई जो साल 2030 तक रहेगी.


देश-दुनिया में दिखेगा असर
शनि देव साल 2023 में अशांत भाव में रहेंगे. जिसके चलते देश-दुनिया में- आर्थिक मंदी, जन की हानि, धन की हानि, राजनीतिक अशांति, प्राकृतिक आपदा देखने को मिलेंगे. इसके चलते लोगों के वैवाहिक जीवन, व्यवसाय, भाग्योदय, सेहत, नौकरी पर बुरा असर देखने को मिलेगा.


ये भी पढ़ेंः Makar Sankranti 2023: सूर्य का मकर राशि में गोचर, आज से राजा की तरह जिंदगी बिताएंगे इन राशियों के जातक



(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्ताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ZEE MEDIA इसकी पुष्टि नहीं करता है.)