आकाश द्विवेदी/भोपाल: जबलपुर की घटना (Jabalpur Fire Incident) के बाद शिवराज सरकार सख्त हो गई है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि प्रदेश में इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने जबलपुर आग की घटना के लिए जिम्मेदार सीएमएचओ और  फायर सेफ्टी ऑफिसर को निलंबित करने के निर्देश दिए. जबलपुर समेत पूरे प्रदेश में अस्पतालों की जांच होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि यदि अग्नि सुरक्षा व्यवस्था में कमी पाई जाती है तो अस्पतालों के लाइसेंस रद्द करें.


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जबलपुर अस्पताल अग्निकांड: सीएम शिवराज ने की समीक्षा, कहा-प्रदेशभर के अस्पतालों की हो जांच


सीएम शिवराज ने कहा कि अग्नि सुरक्षा नीति में परिवर्तन करने के लिए तत्कालीन और दीर्घकालीन कदम उठाए जाएं. अग्नि सुरक्षा के लिए अस्पताल,होटल और मल्टी भवनों पर एक समान नियम लागू करने की कार्रवाई करें. उन्होंने संबंधित विभागों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए.



अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज होगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल शाम मंत्रालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जबलपुर में आग लगने की घटना की समीक्षा करते हुए कहा था कि जबलपुर के न्यू लाइफ अस्पताल में आग लगने की घटना अत्यंत दुखद है. प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.घटना में दोषी पाये गये अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए.


जबलपुर की घटना में 8 लोगों की हुई थी मौत 
दरअसल, 1 तारीख को जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में दोपहर के वक्त जनरेटर फटने से आग लग गई थी. आग इतनी तेज थी कि इस घटना में 8 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि कई लोग घायल भी बताए जा रहे हैं. जिनका इलाज जारी है. घटना में आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन अस्पताल में उपलब्ध नहीं थे, जिसके चलते आग तेजी से अस्पताल में फैल गई थी. वहीं इस घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जांच के निर्देश दिए थे.