श्री महाकाल लोक में अब श्रद्धालुओं की हर गतिविधि पर पैनी नजर, इन नियमों को तोड़ने पर लगेगा जुर्माना
Mahakal lok: श्री महाकाल लोक में अब श्रद्धालुओं की हर गतिविधि पर मंदिर समिति की पैनी नजर रहेगी. बीड़ी, सिगरेट माचिस व अन्य हानिकारक वस्तु ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. मूर्तियों पर जूते पहनकर चढ़ने पर जुर्माना व समय भी तय कर दिया गया है.
राहुल सिंह राठौड़/ उज्जैन: 11 अक्टूबर को श्री महाकाल लोक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लोकार्पण कर दिया गया. अब श्री महाकाल लोक को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है लेकिन दो दिन के अंदर ही कुछ श्रध्दालुओं की ऐसी तस्वीरें कैमरे में कैद हुई जो शर्मसार करती हैं. कोई जूते पहन प्रतिमाओं पर चढ़ कर फ़ोटो क्लिक करवाता दिखा तो कोई वैदिक पद्धति के ख़ास पौधों को हाथ लगाता जिसे मंदिर समिति ने गंभीरता से लिया.
प्रतिमाओं का रखना होगा ध्यान
मंदिर समिति अध्यक्ष जो कि जिला कलेक्टर हैं, उन्होंने टीम के साथ श्री महाकाल लोक का भ्रमण कर व्यवस्थाओं को देखा और कहा कि बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, सबका स्वागत है लेकिन यहां स्थापित प्रतिमाओं का ध्यान रखना भी हमारी ही जिम्मेवारी है. मूर्तियों, पौधों व अन्य जगहों पर ध्यान रखने के लिए CCTV कंट्रोल रूम व पीएस सिस्टम के जरिये नजऱ रखी जा रही है. प्रतिमाओं और पौधों को नुकसान पहुंचाने वालों पर जुर्माना जल्द तय किया जाएगा व हानिकारक वस्तुओं पर प्रतिबंध रहेगा.
नियम तोड़ना अब पड़ सकता है भारी
बीड़ी, सिगरेट माचिस ले जाने व जूते पहनकर प्रतिमाओं पर चढ़ना अब आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है. दरअसल, विगत दो दिनों में कई ऐसे श्रद्धालु भी मंदिर पहुंचे जो श्री महाकाल लोक की गरिमा को ना समझते हुए परिसर में बीड़ी-सिगरेट व अन्य वस्तु ले गए. प्रतिमाओं पर जूते पहन चढ़ कर फ़ोटो खिंचवाते नजर आये और हाईटेक CCTV कैमरे में कैद हो गए.
कलेक्टर ने व्यवस्थाओं को लेकर कही ये बात
कलेक्टर आशीष सिंह ने गुरुवार को दौरा किया आम जन के लिए संदेश दिया कि अगर कोई इस तरह से प्रवेश करता है तो कंट्रोल रूम से पीएस सिस्टम के जरिये नजऱ रखी जाएगी. श्री महाकाल लोक में आने व जाने का समय भी तय किया जाएगा. साथ ही समय अनुसार व्यवस्थाओं में बदलाव किए जाएंगे.
जानिए महत्वपूर्ण बातें!
1] मंदिर में 350 से अधिक कैमरे हैं आपकी हर गतिविधि होगी कैद.
2] दीवारें, पौधे, प्रतिमाओं को ना छुवें.
3] प्रवेश के लिए त्रिवेणी संग्रहालय के बाहर वाहन पार्किंग करें.
4] ई-रिक्शा की सुविधा सिर्फ बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए है.
5] पॉलीथिन, बीड़ी सिगरेट पाउच व अन्य हानिकारक वस्तु मंदिर में ना ले जाएं, डस्टबिन का प्रयोग करें.
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