अजय दुबे/सिंगरौली: जिले के जयंत स्थित नेहरु शताब्दी चिकित्सालय में सिविल डिपार्टमेंट के मैनेजर आर मीना को 50 हजार का रिश्वत लेते हुए जबलपुर सीबीआई की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है. आर मीना नेहरू अस्पताल कि सिविल डिपार्टमेंट के प्रशासनिक विभाग में मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं. जिसने सिविल के एक बिल को पास करने के एवज में 2 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी.


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बता दें कि रिश्वत की मांग के बाद जबलपुर की टीम ने आज रिश्वत की पहली किस्त 50 हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद सीबीआई की टीम उनके कार्यालय और निवास स्थान पर दस्तावेजों को खंगाल रही है.


सहयोगी लिपिक भी आरोपी
प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर की सीबीआई को फरियादी विकास सिंह ने एक शिकायत दी थी कि सिविल के काम के बिल पास करने के एवज में सिविल के मैनेजर आर मीना के द्वारा 2 लाख के रिश्वत की मांग की जा रही है. जिसके बाद सीबीआई ने टीम गठित कर सीबीआई की जबलपुर टीम ने रिश्वत की पहली किस्त 50 हजार लेते आर मीना को सीबीआई की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने उसके एक सहयोगी लिपिक मनजीत गुप्ता को भी आरोपी बनाया है.


छापेमार से हड़कंप मचा
हालांकि सीबीआई ने रिश्वत लेते धाराएं मैनेजर के कार्यालय और उसके निवास पर करीब 4 घंटों तक दस्तावेज खंगाले हैं. इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सीबीआई की टीम पूछताछ शुरू कर दी है. हालांकि सीबीआई की छापेमारी कार्रवाई के बाद एनसीएल हेडक्वार्टर तक हड़कंप मचा हुआ है. आपको बता दें कि नेहरू शताब्दी अस्पताल एनसीएल यानी नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड का है.