नाकामी छिपाने सिंंगरौली कलेक्टर ने बंद कराया `जी मीडिया` का कैमरा
मध्य प्रदेश के सिंंगरौली में अपनी नाकामी छिपाने के लिए कलेक्टर ने जी मीडिया का कैमरा करा दिया. कलेक्टर ने कहा कि वीडियो बनाने से पहले परमिशन लेनी होगी.
अजय दुबे/सिंगरौली: अपनी नाकामी और अव्यवस्था को छिपाने के लिए जिले के कलेक्टर किस स्तर तक जा सकते हैं, इसका ताजा उदाहरण सिंगरौली जिले में देखने को मिला. वहां जनसुनवाई के दौरान ज़ी मीडिया के कैमरे को देखकर जिले के कलेक्टर राजीव रंजन मीना भड़क गए और कैमरा बंद करने को कहा .
वीडियो बनाने से पहले लेनी होगी परमिशन
कलेक्टर ने कहा, "जनसुनवाई की कोई भी खबर करने से पहले उनसे इजाजत लो. मुझे पता होना चाहिए कि तुम कौन सा वीडियो बना रहे हो. मैं परमिशन दूंगा तब खबर किया करो.वीडियो बनाने से पहले परमिशन लो नहीं तो जनसुनवाई मैं चैंबर में करने लगूंगा."
जनसुनवाई में 5 सालों से लोग हो रहे परेशान
आपको बता दें कि आज सिंगरौली में जनसुनवाई के दौरान 135 लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्टर से शिकायत की है जिसमें से ज्यादातर लोग एक दर्जन से अधिक बार जनसुनवाई में आ चुके हैं. कई पीड़ित तो ऐसे हैं जो करीब 5 सालों से लगातार जनसुनवाई में आ रहे हैं लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हुई है.
जी मीडिया का कैमरा देखकर कलेक्टर नाराज
यही वजह है कि जब जी मीडिया का कैमरा कलेक्टर साहब ने देखा तो वह नाराज हो गए. जब जी मीडिया संवाददाता अजय दुबे ने जिले के कलेक्टर राजीव रंजन मीना से बातचीत करने की कोशिश की तो मीडिया कवरेज प्रतिबंध को लेकर उन्होंने बोलने से इनकार कर दिया और अपने चैंबर में चले गए.
एक महीने पहले भी चर्चा में आए थे सिंगरौली कलेक्टर
एक महीने पहले सिंगरौली कलेक्टर चर्चा में तब आए थे जब कलेक्टर के नाम पर ठगी करने की कोशिश की जा रही थी. कलेक्टर राजीव रंजन मीणा की वाट्सएप पर प्रोफाइल पिक्चर लगाकर फर्जी नंबर से लोगों से पैसा मांगने का मामला सामने आया था. मामला कलेक्टर की जानकारी में आने के बाद सोशल नेटवर्क पर ठग का नंबर जारी कर लोगों से अपील करते हुए सावधान, सतर्क रहने को कहा गया था. कलेक्टर ने लोगों से किसी भी प्रकार की अपनी कोई डिटेल या जानकारी और पैसा न देने की अपील की थी.