आकाश द्विवेदी/भोपाल: राजनीतिक पार्टियों की मांग के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने तय किया कि 20 जुलाई को मतगणना कराई जाएगी. 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग के चलते ये फैसला ल‍िया गया है. 


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इस कारण से बदली तारीख  
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने ज़ी मीडिया से बातचीत करते हुए दी जानकारी दी क‍ि 13 तारीख को होने वाले मतदान की तारीख परिवर्तन करने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने कहा कि सिर्फ एक दल की मांग पर निर्णय नहीं हो सकता. अन्य राजनीतिक दल अगर मांग करेंगे तो उस पर विचार किया जाएगा.



पंचायतों में न‍िकाय चुनाव से ज्‍यादा होती है वोट‍िंग 
वोटिंग परसेंटेज को लेकर कहा क‍ि वोटिंग परसेंटेज बढ़ाना हमारा काम नहीं है. निकाय चुनाव में हमेशा से ही कम वोटिंग होती है, पंचायतों में अधिक वोटिंग होती है.


मतदाता पर्ची को लेकर कलेक्‍टर को हैं ये न‍िर्देश 
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा हमने जागरूकता अभियान चलाया था. मतदाता पर्ची को लेकर सभी कलेक्टरों से कहा गया है कि शत प्रतिशत मतदाता पर्ची का वितरण हो. सभी कलेक्टरों से जवाब भी मांगा गया है. 


चुनाव की तारीख बढ़ाने की हुई थी मांग  
इससे पहले गृह मंत्री नरोत्‍तम म‍िश्रा ने कहा था क‍ि राष्ट्रपति निर्वाचन 2022 और नगरीय निकाय निर्वाचन 2022 की मतगणना एक ही दिन 18 जुलाई को होने से नेता प्रतिपक्ष से नगरीय निकाय की मतगणना की तारीख को आगे बढ़ाने सम्बन्धी चर्चा की है. क्योंकि मतदान के लिए सभी विधायक उस दिन भोपाल में रहेंगे. जबकि उनका मतगणना वाली जगहों पर रहना भी जरूरी है. ऐसे में तारीख बदलने पर विचार चल रहा है. जल्द ही इसकी जानकारी दी जाएगी.