वासु चौरे/भोपालः मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में बनने वाली आदि शंकाराचार्य (Shankracharya) की मूर्ति को लेकर अभी से ही सियासत शुरू हो गई है. बता दें कि इसे स्टैच्यू ऑफ वननेस (Statue of Oneness) का नाम दिया गया है. इस मूर्ति की लागत 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा होगी. जिसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है और इसे फिजूलखर्ची करार दिया है. वहीं भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा जब भी आध्यात्म की तरफ कदम बढ़ाती है तो कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है!


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कैबिनेट ने दी मंजूरी
बता दें कि सीएम शिवराज ने काफी दिनों पहले धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में स्टैच्यू ऑफ वननेस (Statue of Oneness) की स्थापना का ऐलान किया था. उस वक्त भी कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई थी. अब शिवराज सरकार की कैबिनेट ने स्टैच्यू ऑफ वननेस की स्थापना और संग्राहालय के निर्माण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. जिसकी लागत करीब 2141 करोड़ रुपए आएगी. कैबिनेट की मंजूरी के बाद इसके विरोध में कांग्रेस मुखर हो गई है. 


क्या बोली कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि प्रदेश लाखों करोड़ों रुपए के कर्ज में जा रहा है. युवाओं के पास रोजगार नहीं है, महंगाई बढ़ रही है, कर्मचारियों को तनख्वाह नहीं मिल रही और सरकार फिजूलखर्ची कर रही है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि सरकार को पहले प्रदेश की जनता के लिए जरूरी काम करना सुनिश्चित करना चाहिए. स्कूलों और सड़कों का निर्माण हो. रोजगार की व्यवस्था हो, उसके बाद मूर्ति बनाएं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है. बता दें कि प्रदेश पर करीब 2.50 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है. 


बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने कहा कि सरकार जब भी आध्यात्म की तरफ कदम बढ़ाती है तो कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है. आदि शंकराचार्य ने चार मठों की स्थापना की और भारत के आध्यात्म दिया. उनके प्रति यह हमारी कृतज्ञता है. साथ ही सरकार लगातार जन हितैषी काम भी कर रही है. 


बता दें कि स्टैच्यू ऑफ वननेस (Statue of Oneness) के तहत आदि शंकराचार्य की प्रतिमा 108 फीट ऊंची होगी और यह 54 फीट ऊंचे प्लेटफॉर्म पर स्थापित होगी. साल 2023 तक यह प्रोजेक्ट पूरा हो सकता है. वासुदेव कामथ इस प्रतिमा का निर्माण करेंगे.