नई दिल्लीः आजकल आपने देखा होगा कि हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है. कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां युवा और हेल्दी दिखने वाले लोग अचानक इस दुनिया से चले गए. इसकी सबसे बड़ी वजह तनाव है, जो धीरे धीरे हमें अंदर से खोखला कर रहा है. बता दें कि हमारे देश में एक इंसान की औसत उम्र करीब 70 साल है. हम लोग लगभग 18 -20 साल की उम्र में नौकरी करने लग जाते हैं और करीब 60 साल में रिटायर होते हैं. चाहे आप अपने काम को पसंद करें या नापसंद, हम अपनी जिंदगी का अधिकतर समय अपने काम पर बिताते हैं. इस समय को दुखी होकर मत बिताइए!


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ऐसा कभी मत सोचिए!
हम आपको एक उदाहरण देते हैं. एक व्यक्ति था, जब वह छोटा था और स्कूल में पढ़ाई कर रहा था तो वह सोचता था कि जब मैं स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लूंगा तो मैं खुश रहूंगा. जब उस व्यक्ति ने स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली लेकिन वह खुश नहीं था. तो उसने सोचा कि जब कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं नौकरी करूंगा तब मैं खुश रहूंगा. 


हालांकि नौकरी मिलने के बाद भी वह व्यक्ति खुश नहीं था. इसके बाद उसने सोचा कि जब उसकी शादी हो जाएगी बच्चे हो जाएंगे तब वो खुश रहेगा लेकिन धीरे धीरे समय बीतता गया और वह व्यक्ति बूढ़ा हो गया और जीवन में कभी भी खुश नहीं रह पाया. ये कहानी एक तरह से हम सभी की है. हम सभी लोग ऐसे ही सोचते हैं और जीवन भर दुखी रहते हुए अपना जीवन बिता देते हैं. 


अभी से ही खुश रहना सीखिए
हम पूरा जीवन सोचते रहते हैं कि हम भविष्य में खुश रहेंगे लेकिन वो वक्त कभी नहीं आता. इसलिए अपने जीवन में बदलाव लाइए और आज से क्या अभी से ही खुश रहने की कोशिश कीजिए. खासकर काम के दौरान अपना मूड अच्छा रखें. या तो वो काम करें जो आप पसंद करते हैं या फिर जो काम आप कर रहे हैं, उससे प्यार करना शुरू कर दें. 


अपने जीवन, काम में बैलेंस बनाकर चलिए. हावर्ड प्रोफेसर शॉन एकर ने अपनी एक स्टडी में पाया है कि अपनी जॉब में 75 फीसदी लोग सफल इसलिए होते हैं क्योंकि वह खुश रहते हैं. अक्सर लोग सोचते हैं कि जो लोग ज्यादा टैलेंटेड होते हैं या मेहनती होते हैं, वह जॉब में ज्यादा सफल होते हैं लेकिन इस स्टडी ने सभी को चौंका दिया है. स्टडी के अनुसार, जब आप खुश होते हैं तो आपकी बौद्धिक क्षमता बढ़ जाती है और आप बेहतर काम करते हैं. 


इसलिए अपने लिए खुश रहिए,यह आपकी ड्यूटी है. अपना जीवन दुखी रहकर बर्बाद करना बंद करिए!