नई दिल्ली: कहावत हैं कि मेहनत इतनी खामोशी से करो की सफलता शोर मचा दें. कुछ ऐसा ही साबित किया है इस बार के दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों ने, जिन्होंने मेहनत खामोशी से की लेकिन इनके रिजल्ट की चर्चा पूरे देश में हो रही है. ग्रेटर नोएडा में रहने वाली सीबीएसई बोर्ड दसवीं क्लास की छात्रा वैष्णवी को 500 में से 500 अंक मिले हैं. जिससे देश भर में उसकी चर्चा हो रही है. इसके अलावा इस बार 10वीं और 12वीं सीबीएसई का परीक्षा परिणाम शानदार रहा है. कोविड के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई थी, लेकिन परीक्षा परिणाम ने बता दिया छात्रों ने तमाम परेशानियों के बीच अच्छी पढ़ाई और नतीजे भी अच्छे हैं. 


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शुक्रवार को घोषित हुआ है CBSE का रिजल्ट 
शुक्रवार के दिन CBSE के दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट कि घोषणा कि गई थी. ऐसा भी पहली बार हुआ है जब एक साथ दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट निकला है. इस बार कई बच्चों ने 10वीं और बारहवीं कक्षा के बच्चों ने काफी बेहतरीन परफॉर्म किया है. 


वैष्णवी को 500 में से 500 अंक
ग्रेटर नोएडा के गामा-2 में स्थित डीपीएस स्कूल में दसवीं कक्षा कि छात्रा वैष्णवी कापसे को 500 में से 500 अंक मिले हैं. यानि उसे 100 फीसदी नंबर मिले हैं. वैष्णवी ने बताया कि इतना स्कोर करने में उसने मेहनत बहुत की थी. इसके आलावा वैष्णवी के साथ-साथ उसके परिवार में भी कोविड हो गया था. इसके बावजूद भी इन्होंने अपनी पढ़ाई पर कोई कोताही नहीं बरती. जिसका रिजल्ट आज सबके सामने है. 


डॉक्टर बनना चाहती है वैष्णवी 
वैष्णवी का कहना है कि वह आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है. वैष्णवी का कहना है कि शुरुआत से ही पढ़ाई पर फोकस करती हुई आई हूं, आगे भी मेरा यही लक्ष्य है. मैं आगे चलकर डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं। उन्होंने हर विषय में 100 फीसदी अंक हासिल किए हैं. 


पावनी को मिले 500 में से 498 
इसके अलावा 10वीं क्लास की पावनी सिंह को भी 500 में से 498 अंक मिले हैं. पावनी ने बताया कि उन्होंने लगातार मेहनत जारी रखी और  पढ़ाई करने में कोई कोताही नहीं बरती थी. इसके अलावा इनका जो बच्चें अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाए थे इनके लिए ऐसा कहना है कि उन्हें इस बात से उदास होने कि कोई जरूरत नहीं है बस मेहनत करते रहे, परिणाम अच्छे मिलेंगे. 


इन छात्रों का भी शानदार रिजल्ट
इसके अलावा खनक अरोरा को 500 में से 450 अंक मिले हैं.  जबकि वैष्णवी जायसवाल को 500 में से 499 अंक मिले हैं. इन सभी छात्रों का कहना है कि इन्होंने अपनी एक्रागता और  regularity हमेशा बरकार रखी. Covid में कई तरीके कि परेशानी का सामना किया था,लेकिन हार कभी नहीं मानी, जिसके चलते उन्हें यह रिजल्ट मिला है. 


वहीं एक स्टूडेंट के कामयाबी के पीछे टीचर का बहुत बड़ा हाथ होता है. इन बच्चों की प्रिसिंपल संध्या अवस्थी का कहना है कि इन्होंने इतने अलग माहौल में भी अच्छा प्रदर्शन का जज्बा नहीं छोड़ा. इस बार हमारे स्कूल से सारी टॉपर्स लड़कियां ही हैं तो ये भी कहा जा सकता है कि अब हमारे समाज में लड़कियां अपनी पहचान बहुत तेजी से बना रहीं है. इसके अलावा हामारे यहां के लड़कों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है. इस बार खनक, वैष्णवी, पावनी और वैष्णवी ने इतना अच्छा प्रदर्शन करने अपने मां बाप के साथ साथ अपने स्कूल का भी नाम काफी रोशन किया है. सभी लोग इन बच्चों को बधाई दे रहे हैं.