महाकाल मंदिर में आवारा कुत्तों का आतंक, सावन-भादौ माह में दो दर्जन से अधिक भक्तों का काटा
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर के धाम में हर रोज बड़ी संख्या में दर्शनार्थी मंदिर पहुंच रहे हैं. इन सब के बीच मंदिर परिसर में मौजूद आवारा कुत्ते भी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर के धाम में हर रोज बड़ी संख्या में दर्शनार्थी मंदिर पहुंच रहे हैं. बीते श्रावण माह और चल रहे भादौ मास में अब तक करीब 2 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए है. जिसमें से दर्जनों श्रद्धालु मंदिर परिसर व श्री महाकाल लोक में आवारा कुत्तों के आतंक का शिकार हुए है.
श्रद्धालुओं के बीच घुमते हुए व बैठे हुए आवारा कुत्ते श्रद्धालुओं को अपना शिकार बना रहे हैं. भक्त जब अस्पताल पहुंच रहे हैं, तो अपनी पीड़ा बयां कर रहे हैं. हालांकि इस विषय में मंदिर समिति से चर्चा की गई तो उन्होंने नगर निगम में शिकायत का हवाला दिया और कहा कि इसकी शिकायत की गई है. अब ऐसे में सवाल उन तमाम जिम्मेवारों पर उठने लगे है कि शिकायत की है तो अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
कुत्तों के हमलों ने बढ़ाई चिंता
दरअसल ऐसा कहा जाता है मंदिर परिसर में आवारा कुत्ते आज से नहीं अनादिकाल से ही रह रहे है. जब से बाबा का धाम स्थापित है. लेकिन समय अनुसार मंदिर में भीड़ बढ़ती जा रही है और ऐसे में यही आवारा कुत्ते अब भूख, गर्मी और भारी भीड़ देख आपा खो रहे है व आम जन की जान के दुश्मन बन रहे है. बता दें कि भारी संख्या में मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर समिति का ध्यान आकर्षित करने व दर्शनार्थियों को मंदिर में आवारा पशुओं से सावधान रखने के उद्देश्य से ये रिपोर्ट दिखाना हमारा कर्तव्य है.
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क्या कहना है पीड़ित श्रद्धालुओं का जानिए
जिला धार से मंदिर पहुचें बुजुर्ग धुलसिंह मंडलोई ने बताया कि 8 सितंबर को वे मंदिर परिसर भगवान के दर्शन करने पहुंचे. जहां मंदिर में ही उन्हें पांव में कुत्ते ने काट लिया. हालांकि मंदिर में मौजूद टीम ने उनका प्राथमिक उपचार किया. इसी तरह महाराष्ट्र के नागपुर से व अन्य जगहों से मंदिर पहुंचे दर्शनार्थियों ने भी अपनी पीड़ा बयां की.
रिपोर्ट - राहुल सिंह राठौड़