Rajgarh News: हमारे देश में जहां पहले बेटियों को समाज में बोझ समझा जाता था, वहीं अब शिक्षा और जागरूकता की वजह से जनता की सोच में बदलाव देखने को मिल रहा है और आधुनिक दौर में शिक्षा के प्रचार-प्रसार से समाज में आई जागरूकता से बेटियों को भी बेटे के बराबर सम्मान मिलने लगा है.ऐसी ही एक मिशाल राजगढ़ जिले के चौंडापूरा गांव में देखने को मिली.जहां एक दुल्हनघोड़ी पर बैठकर निकली और जिस पर  पिता कहना है कि मेरी सोच है कि बेटा बेटी में ना हो कोई फर्क नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लड़की की शादी में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं 
यह बदलाव राजगढ़ जिले के चौंडापूरा गांव (Chaundapura village of Rajgarh district) में देखने को मिला. जहां भारत सिंह यादव (Bharat Singh Yadav) के परिवार ने समाज की रूढ़िवादी परंपरा को त्यागते हुए अपनी बेटी पूजा यादव की शादी उसके सारे रस्म-रिवाज लडकों की भांति किए.  बता दें कि भारत यादव ने पुत्री पूजा की शादी साथ ही बेटे की शादी भी की है.परिवार ने पूजा और उसके भाई की शादी में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया है.पूजा और उसके भाई को घोड़ी पर बिठाकर पूरे गांव में जुलूस निकाला गया और परिजनों ने पूजा और उसके भाई को घोड़ी पर बिठाकर बैंड बाजे के साथ रस्म निभाई.जिसमें सभी परिजनों और साथ में गांव के लोगों ने नाच गाकर जश्न मनाया.


MP Election: जैतहरी नगर परिषद पर BJP का कब्जा! जानिए इस सिंधिया समर्थक के लिए क्यों खास है रिजल्ट


बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं है:पिता
बता दें कि इस शादी का एक वीडियो भी सामने आया है.जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना है. जिसमें देखा जा सकता कि दूल्हन घोड़ी पर सवार है और बहुत सारे लोग नाचते नजर आए. दुल्हन के घोड़ी पर बैठकर निकलने को लेकर पिता का कहना है कि उनकी नजर में बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं है.


रिपोर्ट: अनिल नगर (राजगढ़)