शैलेन्द्र सिंह बघेल/बलरामपुर: बलरामपुर जिले के जंगल मे बाघ ने दो दिनों के भीतर 6 मवेशियों को अपना शिकार बनाया है और 4 मवेशी बाघ के शिकार में घायल हुए है. जिसके बाद अब ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ हैं. वहीं सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को जंगल के अंदर नहीं जाने के लिए मुनादी भी करवा रही है तथा बाघ के मूमेंट पर अपनी नजर बनाए हुए है.


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पूरा मामला जिले में वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के अलका गांव से लगे हुए जंगल का है. जहां पर दो दिन के भीतर 6 मवेशियों को बाघ ने अपना शिकार बनाते हुए 4 मवेशियों को घायल किया है. जिसके बाद से आप पास के ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है.


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चराते टाइम हुआ हमला
दरअसल घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे वन वन मंडला अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा मवेशियों को चराने के लिए जंगल ले जाया गया था. लेकिन अचानक बरसात की वजह से ग्रामीण अपने मवेशियों को जंगल मे ही छोड़ कर आ गए थे. जिसके बाद बीस इक्कीस की दरमियानी रात बाघ ने 4 मवेशियों को मार दिया और 3 मवेशियों को घायल किया था. उसके दूसरे दिन उसी जंगल में बाघ ने 2 और मवेशियों को शिकार बनाते हुए एक मवेशी को घायल किया है. 


एक से अधिक बाघ का अंदेशा
डीएफओ ने बताया कि मवेशियों के किलिंग पैटर्न और पंजो के निशान से जंगल के भीतर एक से अधिक की संख्या में बाघों की मौजूदगी का अंदेशा लगाया जा रहा है. इसके अलावा मारे गए मवेशियों का मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है और ग्रामीणों को जंगल में नही जाने की समझाइश भी वन विभाग द्वारा मुनादी के माध्यम से लगातार दी जा रही है. साथ ही बाघ के मूमेंट को लेकर विभाग अपनी निगरानी भी बनाये हुए है.