Tikamgarh News: टीकमगढ़। देश का किसान फसल उगाकर अपना, अपने परिवार का पेट भरने के साथ लोगों का पेट भरता है. अक्सर उसकी कमाई समाज के अन्य वर्गों के मुकाबले कम ही होती है. जब जरा से पैसों के लिए कुछ लोग अपनी ईमानदारी से पलट जाते हैं. ऐसे में किसान का ईमान डोलता नहीं है. उसकी ईमानदारी समाज के लिए मिसाल बनकर सामने आती है. ताजा उदाहरण सामने आया है मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से जहां अन्नदाता की ईमानदारी मिसाल बन गई और उसके ईमान की चर्चा होने लगी.


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टीकमगढ़ के किसान का ईमान
दरअसल हुआ कुछ ऐसा कि टीकमगढ़ के किसान को एक पर्स मिला. इसमें कुछ पैसे और जेवरात थे. गरीब किसान उसे अपने पास रख अपनी जरूरतों में इस्तेमाल करने की जगह संबंधित तक वापस पहुंचाने का प्रयास किया और उसे थाने पहुंचकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. जिससे बटुआ उसके असली मालिक तक पहुंच गया.


पुलिस ने पहुंचाया जेवरात और नकदी
टीकमगढ़ जिले के बम्हौरी नगदा गांव के रहने वाले किसान हलकू यादव ने ये मिसाल पेश की है. उन्होंने एक बटुए में रखे सोने के जेवरात और नकदी मिलने पर पुलिस चौकी जिला अस्पताल के सुपुर्द कर दिया. पुलिस सहायता केंद्र के आरक्षक आदर्श शर्मा ने यह जेवरातों एवं नगदी वाला बटुआ संबंधित तक पहुंचा दिया.


उपचार के लिए आई महिला का था पर्स
बटुआ अस्पताल में इलाज के लिए आए मोहम्मद रिजवान निवासी जतारा का था. पुलिस ने उनका सामान उन्हें वापस किया रिजवान ने कहा कि उनकी मम्मी पर्स लिए थीं जो जिला अस्पताल में गिर गया था. उन्होंने बताया की पर्स में सोने के टॉप्स एवं 1030 रुपए रखे थे. जो उन्हें सलामत मिल गए हैं. रिजवान ने कहा की दादा की ईमानदारी की वह दिल से सराहना करते हैं.


हो रही है चर्चा 
टीकमगढ़ जिले के बम्हौरी नागदा गांव के किसान हल्कू यादव ने ईमानदारी की मिसाल बन गई है. जब से इलाके के लोगों को ये खबर लगी है वो उसकी ईान की चर्चा कर रहे हैं. पर्स में 1030 रुपये और सोने के जेवरात वापस करने पर लोग किसान की सराहना कर रहे हैं और अन्नदाता के काम से गदगद भी हो रहे हैं.