आर.बी सिंह/टीकमगढ़:  भारतीय डाक विभाग (Indian Postal Department) पर हर व्यक्ति बहुत ज्यादा विश्वास रखता है और कोई भी कॉल लेटर या जॉइनिंग लेटर, पैन कार्ड, आधार कार्ड जैसे काम डाक विभाग द्वारा किए जाते हैं. अगर वही डाक बीच रास्ते से गायब हो जाए तो क्या होगा? बिल्कुल ऐसा ही मामला टीकमगढ़ नगर के पोस्ट ऑफिस का आया है. जहां 13 मार्च को टीमकगढ़ से खरगापुर के लिए निकला वाहन बीच रास्ते से ही गायब हो गया.


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दरअसल 13 मार्च को एक बोरी का बंडल टीकमगढ़ पोस्ट ऑफिस से खरगापुर के लिए निकला था, जो की खरगापुर नहीं पहुंचा और ना ही खरगापुर पोस्ट ऑफिस ने खबर दी की डाक की बोरी वहां नहीं पहुंची.


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जमीन पर पड़े हुए मिले जरूरी डॉक्यूमेंट्स
वहीं शनिवार को सुधा सागर तिराहे पर दुकानों के पीछे पेन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, वोटर कार्ड, एलआईसी की पॉलिसी एवं जांच रिपोर्ट जैसे करीब 500 डाक्यूमेंट्स दिखें. जिसकी सूचना लोगों ने पोस्ट ऑफिस के अधिकारी को दी तो तुरंत वहां कर्मचारियों को भेजा और पूरी डाक बोरी में रखकर पोस्ट ऑफिस भेजी.


जानिए क्या बोले पोस्ट मास्टर
वहीं इस पूरे मामले पर टीकमगढ़ पोस्ट मास्टर संतोष शर्मा का का कहना हैं कि हमारा वेंडर बस को लेकर जाता है, लेकिन मीडिया के माध्यम से पता चला की बैग लावारिस हालत में पड़ा हुआ मिला है. हमें इसकी कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन अब इसकी जांच की जाएगी और पता लगाएंगे की ये सब कैसे हुआ?


किस की जिम्मेदारी होती?
अब बड़ा सवाल ये है कि अगर यह बोरी गायब हो जाती या जला दी जाती तो 400 से 500 लोगों का बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता. आखिर किस कर्मचारी को यह जिम्मेदारी दी गई थी, किस की जिम्मेदारी थी यह सोचने वाली बात है. गौरतलब है कि भारतीय डाक सेवा दुनिया की सबसे बड़ी डाक प्रणाली है. फिर भी ये घटना सामने आई है.