Majedar Chutkule: आज के भागदौड़ वाली जिंदगी में हम खुद को इतना व्यस्त कर लिए हैं कि हंसना भूल ही गए हैं. चिकित्सकों की मानें तो हंसने से हमारा मानसकि तनाव दूर होता है. इतना ही नहीं यदि आप सुबह सामने हंसने की आदत डाल लेते हैं तो आपके जीवन में कितना भी बड़ा संकट क्यों न आए आप उससे आसानी से निपट सकते हैं. लेकिन हमें हंसने के लिए कोई न कोई वजह होनी चाहिए, क्योंकि बिना वजह का कोई हंस नहीं सकता है. हंसने की इन्हीं वजहों की तलाश में हम आपको हंसाने के लिए कुछ ऐसे मजेदार जोक्स लेकर आए हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप अपनी हंसी नहीं रोक पाओगे. आइए शुरू करते हैं हंसने हंसाने का सिलसिला..


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

1. एक बाबा एक शराबी से बोले- इतना दारू पीओगे तो मरने के बाद नर्क में जाना पड़ेगा.
शराबी- तो जो दारू बेच रहा है, उसका क्या होगा ?
बाबा- वो भी नर्क में जाएगा..
शराबी- फिर जो आदमी शराब की दुकान के सामने नमकीन बेचता है, उसका क्या होगा?
बाबा- उसको भी नर्क में ही जाना पड़ेगा…
शराबी- फिर क्या दिक्कत है, नर्क ही ठीक है मेरे लिए..


2. संता ने शादी के लिये अपने बॉस की लड़की का हाथ मांग लिया,
बॉस ने नाराज होते हुये बोला- नालायक अपनी औकात देखी है, 
जितनी तुझे सैलेरी मिलती है, उतने पैसो में तो मेरी बेटी के लिये टॉयलेट पेपर भी नहीं आयेगा..
गोलू बोला- अच्छा, अगर आपकी लड़की इतनी बार टॉयलेट जाती है, तो फिर शादी की बात अब रहने ही दो.


3. डॉक्टर पागल से,
डॉक्टर- जब तुम तनाव में होते हो क्या करते हो? 
पागल- जी, मंदिर चला जाता हूं..
डॉक्टर- बहुत बढ़िया, ध्यान-व्यान लगाते हो वहां?
पागल- जी नहीं, लोगों के जूते चप्पल मिक्स कर देता हूं, फिर उन लोगों को देखता रहता हूं..
उनको तनाव में देख कर मेरा तनाव दूर हो जाता है..


4. टीचर- बताओ स्वर और व्यंजन में क्या फर्क होता है?
पप्पू- स्वर मुंह से बाहर निकलते हैं और व्यंजन मुंह के अंदर ही रह जाते हैं..
टीचर बेहोश...


5. पति- तुम मुझे बात-बात में अपनी मां के पास जाने की धमकी देती हो, क्या अच्छी बात है?
पत्नी- ठीक है, अब मैंने जाने का इरादा छोड़ दिया है मां को यहीं बुला लूगीं.



(disclaimer: यहां दिए गए चुटकुले सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हो रहे कंटेट से लिए गए हैं. मेरा मकसद सिर्फ लोगों का मनोरंजन कराना है. किसी जाति, धर्म,नाम या नस्ल के आधार पर किसी को नीचा दिखाना या उपहास उड़ाना मेरा मकसद बिलकुल नहीं है.)