आदिवासियों पर BJP का मास्टर स्ट्रोक, वीडी शर्मा बोले- मोदी है तो मुमकिन है
NDA ने द्रौपदी मुर्मू को अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. इसके साथ ही एमपी बीजेपी को मौका मिल गया है कि खुद को आदिवासियों की हितैषी पार्टी बताने का. एमपी बीजेपी ने केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देने के लिए आज प्रदेश कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. इसके लिए बीजेपी प्रदेश कार्यालय आज आदिवासी संस्कृति में रंगा दिखाई दे रहा है.
आकाश द्विवेदी/भोपालः बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. द्रौपदी मुर्मू आदिवासी वर्ग से ताल्लुक रखती हैं और ओडिशा से आती हैं. बीजेपी की राजनीति को करीब से जानने वाले मानते हैं कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर बीजेपी ने आदिवासी वोटबैंक पर निशाना साधा है. अगले साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और फिर 2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी को इसका बड़ा फायदा मिल सकता है.
एमपी में मिल सकता है फायदा
एमपी में आदिवासियों की आबादी 23 फीसदी के करीब है और एमपी में आदिवासियों को सत्ता की चाभी माना जाता है. यही वजह है कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने के बाद एमपी बीजेपी भी आदिवासियों को साधने में जुट गई है. मध्य प्रदेश बीजेपी आदिवासियों को यह संदेश देना चाहती है कि बीजेपी ही आदिवासियों की हितैषी पार्टी है. यही वजह है कि बीजेपी राष्ट्रपति प्रत्याशी चयन के लिए केंद्रीय नेतृत्व को आज जोर-शोर से धन्यवाद देने जा रही है.
आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आदिवासी जननायकों की तस्वीरें लगाई गई हैं. सीएम शिवराज सिंह और प्रधानमंत्री मोदी की आदिवासी वेशभूषा वाली तस्वीरें भी लगाई गई हैं. बीजेपी इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश के आदिवासियों को संदेश देना चाहती है. बीजेपी को 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिल सकता है.
वीडी शर्मा ने दिया बड़ा बयान
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने एक बयान में कहा है कि 75 सालों में कभी भी जनजातीय नेता को इतना बड़ा मौका देने के बारे में किसी भी राजनीतिक दल ने नहीं सोचा था. ऐसा भारतीय जनता पार्टी में ही हो सकता है कि देश के सबसे बड़े पद पर जनजातीय वर्ग का नेतृत्व हो. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है. द्रौपदी मुर्मू भाजपा की पार्षद र हैं और उन्हें हमारे नेतृत्व ने राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है, ये सिर्फ बीजेपी में हो सकता है.
जानिए क्या है आदिवासियों की अहमियत
लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के लिए 47 लोकसभा सीटें आरक्षित हैं. वहीं 60 से ज्यादा सीटों पर आदिवासी मतदाताओं का अच्छा खासा प्रभाव है. इस तरह बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर इन 60 से ज्यादा सीटों पर अपना दावा मजबूत कर लिया है. इनके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में आदिवासी वोटर हैं और निर्णायक स्थिति में हैं. ऐसे में बीजेपी को इन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी फायदा मिलने की उम्मीद है. द्रौपदी मुर्मू एक महिला हैं, ऐसे में बीजेपी को महिला वोटबैंक का भी फायदा मिल सकता है. बीजेपी लगातार महिला मतदाताओं पर खासा फोकस कर रही है.