शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdeo) कुछ ऐसा बयान दे जाते हैं कि जो चर्चा का विषय बन जाता है. उनके बयान को नाराजगी से जोड़कर भी देखा जाता है. वर्तमान में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है कि वो कब मुख्यमंत्री बनेंगे उन्हें नहीं पता लेकिन मीडिया ने उन्हें सीएम जरूर बना दिया है.


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मैं नहीं जानता कब बनूंगा सीएम- टीएस सिंहदेव
CM बनने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि अभी तक जो परिस्थिति बनी हुई है, मैं खुद नहीं जानता कि कब सीएम बनूंगा. आखिर सीएम बनना कौन नहीं चाहता हैं? अब मैं ये कहूं कि मुझे सीएम नहीं बनना तो ये असत्य होगा. ये फैसला हाईकमान के ऊपर रहता है, वो ही इसपर फैसला करते हैं. चार लोगों को इसके लिए दिल्ली हाईकमान ने बुलाया था, जिसमें भूपेश भाई सीएम बने, तब से ये ढाई-ढाई साल चला है, जिसका सवाल अब तक पीछा नहीं छोड़ा है.


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नेता प्रतिपक्ष बनने का किया प्रयास
टीएस सिंह देव ने मजाकिया लहजे में कहा कि मीडिया में CM के लिए नाम चल पड़ा लेकिन बन नहीं पाया. राजनीति में आने का कभी सोंचा नहीं था, लेकिन विधायक बन गए, और नेता प्रतिपक्ष भी बन गए. मैंने राजनीति में आने का कभी सोंचा नहीं था, लेकिन विधायक बन गए, और नेता प्रतिपक्ष भी बन गए.. 


टीएस सिंहदेव का छलका था दर्द 
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही सीएम पद को लेकर टीएस सिंह देव का दर्द फिर छलका था. दरअसल दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने मोबाइल पर बातचीत के दौरान टीएस सिंह देव ने बड़ी बात करते हुए कहा कि आप लोगों को न्याय मुख्यमंत्री से मिल पायेगा. हम लोग खुद ही किनारे में है, आप लोग भी जानते है. हम लोग आपकी बात मुख्यमंत्री जी तक रख सकते हैं, इससे ज्यादा मेरी हैसियत नहीं है. बता दें कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बंगले का घेराव करने पहुंचे थे.


बताया जाता है नाराजगी का कारण
बता दें कि  स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव जिस तरह का बयान देते हैं. उसे उनकी मुख्यमंत्री नहीं बन पाने की नाराजगी से जोड़कर देखा जाता है. 


ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला फेल
छ्त्तीसगढ़ में  साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद ही मुख्यमंत्री के के रूप में दो बड़े चेहरे सामने आये थे. जिसमें भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव थे. लेकिन बाजी बघेल ने मारी वहीं उस समय ऐसा कहा गया कि प्रदेश में ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला कांग्रेस लाएगी. यानी ढाई साल बघेल और ढाई साल टीएस सिंहदेव हालांकि ऐसा हुआ नहीं. जिसे लेकर खींचतान भी देखने को मिली. लगातार टीएस सिंहदेव के बयान भी सुर्खियों में रहे.