Stalin Sanatana Dharma Row In Indore: इंदौर में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin Statement) के खिलाफ अनोखा विरोध किया जा रहा है. सनातन धर्म के अपमान में दिए बयान के बाद देशभर में उनका विरोध हो रहा है. इसी तरह का विरोध मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore News) में भी हो रहा है. वहां के एक मंदिर की सीढ़ियों पर उदयनिधि का फोटो लगा दिया है. भक्त मंदिर में दर्शन करने के लिए जाने से पहले उदयनिधि के फोटो पर पैर साफ कर आगे जा रहे हैं.


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कुछ दिनों पहले मंत्री उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी, जिसके चलते उनके खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन चल रहा है.  इंदौर में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने भी उदय निधि स्टालिन का अनूठे तरीके से विरोध किया.  हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने अपने क्षेत्र में मौजूद एक मंदिर की सीढ़ी पर उदय निधि स्टालिन का एक फोटो लगा दिया और जो भी भक्त भगवान के दर्शन करने के लिए मंदिर में जा रहे हैं, पहले उदय निधि के फोटो पर पैर रख अपने पैर साफ कर रहे हैं. उसके बाद मंदिर के अंदर प्रवेश कर रहे हैं


उदय निधि स्टालिन के बयान के बाद से उनके खिलाफ अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन और हिंदूवादी संगठन बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन इंदौर में हिंदू जागरण मंच ने पहली बार इस तरह से विरोध जताया है. इसे बाद प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने भी सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों को डेंगू और मलेरिया कहकर संबोधित किया.  अब जिस तरह से हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने उदय निधि के खिलाफ अनूठे तरीके से विरोध जताया है, उसके बाद आने वाले दिनों में कई और हिंदू संगठन के कार्यकर्ता अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. वही हिंदू जागरण मंच का कहना है कि उदय निधि स्टालिन के सनातन को लेकर टिप्पणी के बाद आगे भी इसी तरह से उनका विरोध अलग-अलग जगह पर किया जाएगा


दूसरी तरफ दिल्ली के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. मंगलवार रात 11 बजे मीरा रोड निवासी नागनाथ कांबले ने शिकायत की. उन्होंने कहा कि 4 सितंबर को एक अंग्रेजी अखबार में स्टालिन का सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पढ़ने के बाद मैंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. स्टालिन पर धारा 153ए और 295ए के तहत मामला दर्ज किया  है. 


स्टालिन का बयान
स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म का अपमान करते हुए बयान दिया था. उन्होंने सनातन को "डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना" के बराबर बताया था. एफआईआर में कहा गया है कि उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का केवल विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उसे खत्म कर दिया जाना चाहिए.