उज्जैन: महाशिवरात्रि (Mahashivratri) की शाम महाकाल की नगरी की उज्जैन (ujjain) लाखों दीयों से जगमगा उठी. ये नजारा जिसने भी देखा, वो बस देखता ही रह गया. ऐसा लग रहा था मानो शिव की बारात में सितारें जमीं पर उतर आए. उज्जैन में शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में क्षिप्रा नदी के तट पर एक साथ 18 लाख 82 हजार दीये जलने का रिकॉर्ड बना है. बता दें कि उज्जैन ने अयोध्या के 15 लाख दीपोत्सव का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.  इसी के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने सीएम शिवराज को सर्टिफिकेट सौंप दिया.



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गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज
बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. 18 लाख दीये जलाने के साथ ही उज्जैन का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. शाम को जैसे ही हूटर बजा वैसे ही दीपक प्रजव्लित कर दिए गए और दीयों की गिनती हो गई. इस दौरान घाट पर बिजली बंद कर दी गई थी. जिससे दीयों की रोशनी साफ देखी गई.



सबसे पहले सीएम ने जलाया दीया
CM शिवराज ने दीपक जलाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की और देखते ही देखते शिप्रा किनारा लाखों दीपकों की रोशनी से जगमगा उठी. सीएम शिवराज ने कहा कि उज्जैन वासियों का अभिनंदन करता हूं. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की कर रहा है. मध्यप्रदेश किसी से कम नहीं है. महाकाल महाराज की कृपा मध्यप्रदेश पर बरस रही है. 


सीएम ने किए दर्शन
वहीं दीपोत्सव से पहले सीएम शिवराज ने गर्भ गृह में बाबा महाकाल के दर्शन किए. सीएम ने नंदी हॉल में बैठकर बाबा महाकाल की आरती में शामिल हुए. वहीं उमा भारती ने भी मंदिर में पहुंचकर महाकाल बाबा के दर्शन किए.