बाबा महाकाल के दरबार में शादी पार्टी जैसा भोज! वायरल वीडियो ने उठाए प्रबंधन पर सवाल
ujjain news mahakal mandir: बाबा मंदिर परिसर का एक और वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें नियम कानून को ताक पर रखते हुए म्यूज़ियम के अंदर कुछ लोग शादी पार्टी की तरह खाना खाते नजर आ रहे हैं. वायरल वीडियो से एक बार फिर प्रबंधन के व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
ujjain news mahakal mandir: राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर में मोबाइल बैग को अभी मामला शांत भी नहीं हुआ था कि एक और वीडियो ने बवाल खड़ा कर दिया है. इस 2 मिनट 59 सेकंड के वीडियो में दिख रहा है की कुछ लोग नियमों की परवाह किए बिना ही म्यूज़ियम के अंदर शादी पार्टी की तरह खाना खा रहे हैं. इतना ही नहीं उन्हें मंदिर के कर्मी भोजन परोस रहे हैं. वायरल वीडियो से एक बार फिर प्रबंधन के व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
अंदर तक पहुंचा ई रिक्शा
वाडियो में नजर आ रहा है कि जहां आम जनता को जाना भी अलाउड नहीं है. दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए चलाई जाने वाली ई-रिक्शा से मंदिर के अंदर तक VVIP प्रवेश द्वार से लाए गए और उसमें बैठ वो घूमते भी नजर आए. अब ये उठता है कि इन्हें मंदिर के अंदर यह सब करने की अनुमति किसने दी? मामले में मंदिर प्रशासक संदीप सोनी से पूछा गया तो उनका कहना है कि मेरे संज्ञान में नहीं है. वो जानकारी लेकर कुछ बता पाएंगे.
नोटः Zee Media इस वायरल हो रहे वीडियो की पुष्टि नहीं करता
म्यूजियम में खाना खाते आए नजर
मंदिर के अंदर महंत विनीत गिरी महाराज के आश्रम के सामने म्यूजियम में एक परिवार के 70 से 75 करीब लोग भोजन करते नज़र आ रहे हैं. मंदिर के कर्मी उन्हें भोजन करवा रहे है. भोजन में मूंग का हलवा, खीर, दाल चावल आलू, पापड़, पूड़ी, रोटी, छोले मेथी मटर बनाया है. सब मेहमानों के लिए भोजन के बाद ई रिक्शा (जो श्री महाकाल महालोक में सिर्फ दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए है) मंदिर के अंदर तैयार खड़ी रहती है. मेहमान बैठते हैं और उससे शैर पर निकल जाते हैं.
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उठ रहे हैं कई सवाल
पूरे वीडियो को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. ये लोग कौन है और उस म्यूजियम में पहुंच गए, जहां आम श्रद्धालुओं के आने-जाने पर प्रतिबंध है, जहां जहां बाबा महाकाल के मुकुट व अन्य सामान रखे होते हैं. ये वहां पहुंच कैसे गए. किसकी अनुमति से म्यूजियम में बैठ? आराम से भोजन? कैसे इन्हें दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए चलाई जाने वाली ई रिक्शा की सुविधा मंदिर के अंदर तक दी गई? सवाल कई है लेकिन जिम्मेवारों ने चुप्पी साध रखी है.
समय सीमा को तोड़ दिया गया प्रवेश
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंदिर में नियमों को ताक में रखकर सभी मेहमानों को मंदिर के तय समय सुबह 06:00 से 01:00 बजे तक गर्भ ग्रह में प्रवेश के बावजूद 2 बजे के तक गर्भ ग्रह में निःशुल्क प्रवेश दिया गया. आम जनता से 1500 रु दो व्यक्तियों के लिए जाते हैं. हालांकि यह सब कौन है किस दिन इन्होंने दर्शन किए और किसकी अनुमति से किए. यह तो भगवान महाकाल ही जाने. क्योंकि मंदिर प्रशासक को कुछ पता ही नहीं.
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