राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: बाबा महाकाल (baba Mahakal ujjain) की नगरी में दो दिवसीय सोशल मीडिया कॉन्क्लेव का शुभारंभ शहर के कोठी रोड स्थित विक्रम कीर्ति मंदिर के ऑडिटोरियम में सीएम शिवराज (cm shivraj singh chouha), भाजपा प्रदेश प्रभारी मुरली धर राव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में हुआ. इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीयता का भाव जगाना है. इस कार्यक्रम में हिंदुत्व (Hindutva) के मुद्दे पर सीएम शिवराज और बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (kapil mishra) ने बड़ा बयान दिया है.


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सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि एक वक्त पहले भगवा पहनने पर लोग घबराते थे. हिंदुत्व की बात करने वालों को संकीर्ण और गाली देने वाले को प्रगतिशील बताते थे. तब हिंदू (hindu) बोलना अपराध हो गया था. लेकिन धन्य है सोशल मीडिया का, जिसने ऐसा दौर स्थापित किया कि राम को काल्पनिक बताने वाले तिलक लगाकर यात्रा कर रहे हैं. महाकाल महाराज के आगे दंडवत हो रहे हैं. 



कपिल मिश्रा ने सेकुलरिज्म पर दिया बड़ा बयान
वहीं बीजेपी नेता और कार्यक्रम के पैनलिस्ट कपिल मिश्रा ने सेकुलरिज्म को लेकर बड़ी बात कही है.  उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की पावर से आज भारत का narattive चेंज हुआ है. धर्म विरोधी और वामपंथी लोग मुंह की खा कर बैठे है. इसी पावर को जन जन तक संदेश पहुंचाने के लिए किस तरह उपयोग किया जाना चाहिए, ये उसी के लिए आयोजन हैं. इसमें इकोनॉमी, धर्म, राज्य, डेवलपमेंट के बारे में चर्चा को जाएगी. दो दिनों में भारत धर्म, आस्था बहुतायत का देश है, भारत जब तक हिंदू है तब तक ही सेकुलर का देश है. अगर सेकुलरिज्म की रक्षा करना है तो हिंदुत्व की रक्षा करनी होगी. 


लोग भगवा पहनने में घबराते थे
वहीं सीएम शिवराज ने कहा इस देश का एक कालखंड ऐसा आया कि अगर संस्कृति की, विचारधारा की बात करें तो यहां तक हिंदू बोलना अपराध हो गया था. हिंदुत्व की बात करे, वो संकीर्ण है, हिंदुओ को गाली देने वाले प्रगतिशील है. हम सबने वो दौर देखा है. लोग भगवा डालने पर घबराते थे. हमने वो दौर देखा हैं, जिसमें राम भगवान को काल्पनिक बताते थे. मैं आप सबको सोशल मीडिया को बधाई देता हूं कि आपने भारत की जीवन मूल्य, परंपराएं, हिंतुत्व को ऐसा स्थापित किया है. 


भारत जोड़ो यात्रा पर हमला!
मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा जो कभी राम के अस्तित्व को नकारते थे, वो आज राम नाम की माला जप रहें हैं. माथे पर तिलक लगाकर महाकाल महाराज के चरणो में शाष्टांग लेटे हुए हैं. यात्रा में भी तिलक लगाकर महाकाल महाराज की जय हो कर रहे हैं. ये बदलाव लाने के लिए सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है. मैं ये कहने के लिए नहीं कह रहा यह मेरा अपना विश्वास है. एक जमाना था कि अखबार टीवी, पर मर्जी से सब दिखाया जाता था, लेकिन सोशल मीडिया पर सब देखने को मिलता है. एक नई क्रांति है ये यहां समर्थन, विरोध सब देखने को मिलता है.


29 जनवरी को कार्यक्रम का समापन
सोशल मीडिया कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीयता के भाव को सोशल मीडिया विशेषज्ञों द्वारा देश के युवाओं तक पहुंचाने का है. इस कार्यक्रम में वक्ता के तौर पर देश भर के सोशल मीडिया के प्रभावी चेहरे जैसे शेफाली वैद्य, आनंद रंगनाथन, कपिल मिश्रा, प्रशांत पटेल, प्रदीप भंडारी, शहजाद पूनावाला इत्यादि मौजूद रहेंगे. इस दो दिवसीय आयोजन का समापन 29 जनवरी को होगा.