MP News: इंदौर से उज्जैन आई छात्रा ने जान देने की कोशिश की! पंडितों ने ऐसा बचाया
Ujjain News: इंदौर से उज्जैन आई 10वीं की छात्रा ने होटल से कूदकर जान देने की कोशिश की. उत्तर प्रदेश के पंडितों ने एक छात्रा की जान बचाई. परिवार की बड़ी लापरवाही आई सामने. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
Ujjain Latest News: उज्जैन के खरकुंवा थाना क्षेत्र में सुबह इंदौर निवासी 10वीं कक्षा की 17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने शहर के कार्तिक चौक स्थित एक निजी होटल से जान देने के प्रयास में छलांग लगा दी. गनीमत रही कि बच्ची को उत्तर प्रदेश में रहने वाले पंडितों ने समय रहते बचा लिया और होटल स्टाफ के साथ मिलकर तुरंत पुलिस को सूचना दी और जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद परिजन उसे इंदौर ले गए. छात्रा के परिवार ने इंदौर के एमआईजी थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. एमआईजी पुलिस छात्रा की तलाश कर ही रही थी कि तभी उज्जैन से सूचना मिली और पुलिस अलर्ट हो गई. मामले में परिवार की लापरवाही भी सामने आई है.
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कैसे पहुंची उज्जैन?
दरअसल, लड़की की जान बचाने की बात करने वाले पंडितों के मुताबिक ये पांचों पंडित उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के रहने वाले थे. वे देवास के चंद्रकेश्वर तीर्थ में यज्ञ कराने के बाद बाबा के दर्शन के लिए इंदौर होते हुए उज्जैन के लिए निकले थे. उन्हें बस में 10वीं की छात्रा बदहवास हालात में मिली और मदद मांग रही थी. पंडितों ने बताया कि हमने उसका बस का किराया दिया और वह हमारे साथ उज्जैन में उतरीं. जहां फिर हमने उसकी उसके परिजनों से फोन पर बात करायी. घर वालों ने कहा कि हम उसे रात में लेने आएंगे, इसलिए आप उसे अपने पास ही रखो.
परिजनों की बड़ी लापरवाही?
पंडित ने बताया कि फोन पर बताने के बावजूद उनके परिवार वाले रात में उसे लेने नहीं आए, इसलिए हमने उसके लिए एक अलग कमरा बुक कराकर उसे होटल में ठहरा. उनके भाई ने हमसे कहा कि सुबह आप इसे महामृत्युंजय द्वारा तरफ छोड़ दीजिएगा मैं लेने आ जाऊंगा. सुबह साढ़े छह बजे जब हम उसे उठाने गये तो वह फोन पर किसी से बात कर रही थी. हमने उसे तैयार होने के लिए कहा और जब हम बाहर निकले तो वह होटल से बाहर कूद गई. जिसमें बाद हम होटल के कर्मचारियों के साथ हम उसे अस्पताल ले आए. परिजनों को सूचना दी तो वो भी आ गए हैं और उसे इंदौर ले गए. मामले में पंडितों का कहना है कि मदद करके हम ही फंस गये.
पुलिस ने क्या कहा?
खरकुंवा थाने के एसआई ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची की मां और बहन अस्पताल आयी हैं. लड़की अभी बोलने की स्थिति में नहीं है. लड़की शनिवार शाम 8:00 बजे अपने इंदौर स्थित घर से यह कहकर निकली थी कि वह उज्जैन में महाकाल के दर्शन करना चाहती है और सुबह यह हादसा हो गया. घटना की जानकारी सुबह साढ़े आठ बजे पुलिस को दी गई. पूरे मामले की जांच चल रही है. पांचों पंडितों से भी पूछताछ की जा रही है.
रिपोर्ट - राहुल सिंह राठौड़ (उज्जैन)