Uma Bharti का बड़ा फैसला, अज्ञातवास में रहेंगी पूर्व सीएम, जानिए इसका कारण
Uma Bharti: उमा भारती ने एक बड़ा फैसला लिया है, पूर्व मुख्यमंत्री अब अज्ञातवास में रहेगी, उन्होंने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है, उमा भारती का अचानक अज्ञातवास पर जाना प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
Uma Bharti: प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों अपने किसी न किसी फैसले की वजह से चर्चा में हैं, अब उन्होंने ऐसा ही एक और फैसला लिया है, जिसकी चर्चा प्रदेश के सियासी गलियारों में शुरू हो गई है, उमा भारती पर ने अज्ञातवास में रहने का लिया फैसला किया है, उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी है. उमा भारती का इस तरह अचानक अज्ञातवास पर जाना चर्चा का विषय बन गया है.
क्या हो सकती है अज्ञातवास पर जाने की वजह
बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे को लेकर आहत है, उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि वह अमरकंटक के आसपास अज्ञातवास में रहेगी. बता दें कि इससे पहले उमा भारती ने परिवार को पूर्ण रूप से त्यागने की बात कही थी, उमा भारती इस वक्त मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक के दौरे पर हैं. उमा भारती ने यह ट्वीट 7 नवंबर को किए थे.
पार्टी के प्रति जताई नाराजगी
उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि ''गंगा के किनारे की यात्रा और शराब के खिलाफ अपने अभियान के लिए भगवान एवं जनता का साथ रहा, लेकिन मेरी पार्टी भाजपा मेरे इन दोनों अभियानों के प्रति तटस्थ रही. निजी तौर पर मेरी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इन दोनों अभियानों के लिए मेरे प्रति सम्मान एवं समर्थन दिखाते हैं, लेकिन पार्टी की ओर से कोई विशेष आयोजन इन विषयों को लेकर नहीं होता. मैं कल चंद्रग्रहण के बाद नागपुर होकर अमरकंटक के आसपास अज्ञातवास में रहते हुए मंडराते रहूंगी.''
पूर्व सीएम ने 7 नवंबर को सबसे पहले ट्वीट करते हुए लिखा कि ''सोशल मीडिया मेरा सबसे बड़ा सहारा हैं. उनके द्वारा मेरी सभी बातें मेरे परिचित एवं सहयोगियों तक पहुंच जाती हैं, यह तो मीडिया की मेहरबानी है की वो उसमें से खबर बना लेते हैं एवं मेरी पहुंच का दायरा मेरे लोगों तक और बढ़ा देते हैं. आज देव दीपावली हैं. भगवान कार्तिक स्वामी आज असुरों को पराजित करके हिमालय की और वापस लौटे. उनके इतने पराक्रम के बाद भी जब वो हिमालय की ओर लौटे तो अकेले पड़ गए. 2019 से पहले गंगा के किनारे की यात्रा के लिए और अब शराब के खिलाफ अपने अभियान के लिए भगवान का एवं लोगों का साथ तो रहा किंतु मेरी अपनी पार्टी बीजेपी मेरे इन दोनों अभियानों के प्रति कार्यक्रम के दृष्टि से तटस्थ रही.''
8 दिसंबर को करेंगी संवाद
हालांकि उमा भारती ने 8 दिसंबर को संवाद करने की बात कही है, उन्होंने लिखा कि ''दत्त पौर्णिमा (8 दिसम्बर) तक प्रतीक्षा करती हूँ की केंद्रीय स्तर पर हमारी पार्टी एवं राज्य स्तर पर हमारी मध्यप्रदेश की सरकार क्या नीति बनाती हैं. मसला गंभीर हैं. अब 8 दिसम्बर के बाद संवाद करेंगे.'' बता दें कि उमा भारती शराबबंदी के मुद्दे को लेकर मुखर बनी हुई हैं. वह कई बार शराबबंदी के मुद्दे पर अपनी नाराजगी जता चुकी हैं. जबकि अब उन्होंने अज्ञातवास पर जाने का फैसला किया है.
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