अरुण त्रिपाठी/उमरिया: उमरिया जिले के चंदिया में चल रही भागवत महापुराण कथा से प्रभावित होकर ईसाई धर्म अपना चुके एक दंपत्ति ने सनातन हिन्दू धर्म अपनाकर घर वापसी कर ली है. चंदिया नगर के वार्ड 11 निवासी संतोष चौधरी ने परिवार सहित कई वर्ष पूर्व अपना अपना धर्म बदलकर ईसाई धर्म अपना लिया था. भागवत कथावाचक बालप्रभु की कथा से प्रभावित होकर घर वापसी की है.


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दरअसल मथुरा वृंदावन प्रसिद्ध संत एवं कथावाचक बाल प्रभु के द्वारा चंदिया में भागवत कथा का प्रवचन किया जा रहा है. इस दौरान कथा को सुनकर संतोष चौधरी और उनकी पत्नी दोनों ने बालप्रभु के हाथों सनातन हिन्दू धर्म अपनाकर घर वापसी कर ली है.


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क्या कहा पीड़ित परिवार ने
दरअसल चंदिया नगर  वार्ड 11  निवासी संतोष चौधरी अपनी पत्नी की बिगड़ी तबीयत को लेकर काफी चिंतित थे. लगातार डॉक्टर्स के चक्कर लगा रहे थे. उसी बीच लोगों ने सलाह दी कि ईसाई धर्म अपना लो पत्नी की तबीयत ठीक हो जाएगी. फिर जब उनकी सभाओं में जाना शुरू किया. हमारा धर्म इस तरह बदल गया लेकिन सेहत में कोई सुधार नहीं.


सैकड़ों परिवार की घर वापसी
कथावाचक बाल प्रभु के मुताबिक वे जहां भी प्रवचन के लिए जाते हैं. वहां वे दलितों वंचितों जिन्होंने भी सनातन धर्म छोड़ दिया है कि घर वापसी कराने का अभियान चला रहे हैं. हमारा उद्देश्य केवल ये है कि क्या हमारे राम और कृष्ण में ताकत नहीं है? ईसाई मिशनरी लोगों को आकर्षित कर रही है, जो उचित नहीं है. लेकिन लोग हमारे पास वापस आ रहे हैं. आज सैकड़ों परिवार मुझसे प्रेरित होकर घर वापसी कर ली है. हम हिंदुत्व के लिए जी रहे हैं.