Bandhavgarh Tiger Reserve: मध्य प्रदेश में बाघों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. यहां आए दिन बाघों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा घटना गुरुवार सुबह की है जहां पनपथा कोर एरिया में एक बाघ का शव मिला. पार्क की पेट्रोलिंग टीम ने सबसे पहले बाघ के शव को देखा और इसकी सूचना प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को दी, जिसके बाद एनटीसीए, डॉग स्क्वायड और प्रबंधन टीम के प्रतिनिधि पहुंचे. बता दें कि उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और बाघ की मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आपसी लड़ाई में हुई बाघ की मौत
प्रबंधन के अधिकारियों ने दावा किया है कि बाघ की मौत आपसी लड़ाई में हुई है. लेकिन हकीकत पीएम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी. आपको बता दें कि पिछले एक साल में बांधवगढ़ में 20 बाघों की असामयिक मौत हो चुकी है, जिससे पार्क प्रबंधन की कार्यशैली सवालों के घेरे में है.


2024 में अब तक कुल 5 बाघों की मौत
बांधवगढ़ में बाघों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2024 में अब तक 5 बाघों की मौत हो चुकी है. पिछले महीने पार्क के मानपुर वन रेंज के बीट पटेहरा में बाघ की मौत हो गई थी. यहां बाघ का क्षत-विक्षत शव मिला था, जिसके बाद पार्क प्रबंधन में हड़कंप मच गया था. प्रबंधन ने दावा किया था कि बाघ की मौत दूसरे बाघ के साथ क्षेत्रीय लड़ाई में लगे घावों के कारण हुई. आपको बता दें कि बाघ की मौत के बाद प्रबंधन ने प्रेस नोट जारी कर घटना की जानकारी दी थी.


यह भी पढ़ें: Mortakka Bridge: एक पुल की वजह से बढ़ गया पेट्रोल-डीजल का रेट, लोगों की बढ़ी मुसीबत, जानिए मामला


 


उठ रहे सवाल 
गौरतलब है कि इससे पहले भी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत हो चुकी है. जिसके चलते लोग पार्क प्रबंधन पर सवाल उठा रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि साल 2024 में मध्य प्रदेश में जितनी बाघों की मौत हुई है, उनमें सबसे ज्यादा 5 बाघों की मौत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हुई है. जिससे प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं.


रिपोर्ट- अरुण त्रिपाठी